
नये जिले के बिलाईगढ़ ब्लाक में डिजिटल हस्ताक्षर के नाम पर 3-3 हजार की अवैध वसूली करने का आरोप ?
200 से अधिक स्कूलो में किया गया अवैध वसूली?
रायपुर की फर्म ने किया अवैध रूप से उगाही?
बिलाईगढ़ बीआरसीसी को मनमानी के कारण शो काज नोटिस?
सारंगढ़,
नवीन जिला बना सारंगढ़-बिलाईगढ़ मे सर्वशिक्षा अभियान के तहत डिजटल सिग्नेचर के नाम पर सरकारी स्कूलो से तीन हजार रूपये की वसूली कर दिया गया। ऐसा एक स्कूल नही बल्कि लगभग 200 से अधिक स्कूलो के प्रधान पाठक के साथ किया गया है। बताया जा रहा है कि डिजिटल सिग्नेचर का काम को नये जिले मे बिना डीईओ के अनुमोदन के ही बिलाईगढ़ ब्लाक के बीआरसीसी ने मनमानी करते हुए करा दिया है। अब उन्हे डीईओ ने कारण बताओ नोटिस जारी कर तीन दिन मे जवाब मांगा है। वही पूरे मामले मे लाखो रूपये के अवैध उगाही का बड़ा खेल के बाद बिलाईगढ़ विकासखंड़ में हड़कंप मचा हुआ है।
इस संबंध में सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार सर्व शिक्षा अभियान के अधिकारी बिलाईगढ़ ब्लाक के बीआरसीसी ने मिलीभगत कर रायपुर की एक निजी फर्म के जरिए सरकारी स्कूलों से वसूली कर रहे हैं। कोई लिखित आदेश नहीं है, इसके बाद भी डिजिटल सिग्नेचर के नाम पर स्कूलों से 3-3 हजार रूपए की वसूली की जा रही है। चर्चा है कि अधिकारियों के दबाव के कारण सरकारी स्कूलों के प्रधानपाठक निजी फर्म को नगद राशि दे रहे हैं। साथ ही यह काम पूरे प्रदेश में होने की सूचना आ रही है। राज्य सरकार द्वारा स्कूलों को शाला अनुदान और शाला मेंटनेंस के नाम पर राशि जारी की जाती है, जो सीधे स्कूलों के एकाउंट में भेजे जाती है। दो साल से सभी स्कूलों पर पुराने बैंक का एकाउंट को बंद कर बैंक ऑफ बड़ौदा में खाता खुलवाया गया। ग्रामीण इलाकों में इस बैंक की ब्रांच नहीं है। उस समय तर्क दिया गया कि बैंक स्कूलों तक आएगा। स्कूलों के लिए खोले गए पीएफएमएस एकाउंट में आहरण के लिए डिजिटल हस्ताक्षर होना जरूरी बताकर अब स्कूलों से तीन-तीन हजार रूपए की वसूली की जा रही है। इसमें प्रधानपाठक के साथ शाला प्रबंधन समिति के सचिव या कोषाध्यक्ष का डिजिटल हस्ताक्षर करने को कहा गया है। इसके जरिए ही बैंक से राशि का आहरण हो सकेगा। इसके नाम पर प्रत्येक डिजिटल सिग्नेचर का 1500 रूपए वसूले जा रहा है। इस तरह हर स्कूल से करीब तीन हजार लिया जा रहा है। इसका काम सर्व शिक्षा अभियान के अधिकारियों ने रायपुर की संघई इंटरप्राइजेस को सौंप दिया है। इस कंपनी के कर्मचारी शिविर लगाकर स्कूलों के प्रधानपाठकों से तीन-तीन हजार रूपए वसूली कर डिजिटल हस्ताक्षर की प्रक्रिया पूरी कर रहे हैं, जबकि इसके लिए कोई लिखित आदेश नहीं है। यह राशि स्कूल के एकाउंट से ली जा रही है, इसलिए प्रधानपाठक अधिक विरोध नहीं कर रहे हैं। स्कूलों को जीएसटी के साथ 1499 रूपए की वसूली दिखा कर रसीद दी जा रही है। कुछ प्रधान पाठकों ने दबी जुबान से कहा कि इसके पीछे सर्व शिक्षा अभियान के अधिकारी हैं। वही पूरे मामले मे बिलाईगढ़ के बीआरसीसी से संपर्क कर उनका पक्ष जानना चाहा किन्तु उनसे संपर्क नही हो पाया।
बीआरसी और सीएससी एचएम पर डाले थे दबाव?
सूत्रों का कहना है कि सर्व शिक्षा अभियान के ब्लॉक समन्वयक और संकुल समन्वयक मिलकर सरकारी स्कूलों के प्रधानपाठकों के ऊपर लगातार दबाव बना रहे थें। इसमें उनको पैन कार्ड, आधार कार्ड, मोबाइल नंबर ओपीडी के लिए, इमेल आईडी और सचिव व कोषाध्यक्ष की सील के साथ शिविर में पहुंचने के आदेश वाट्सएप पर लगातार दिए जा रहे हैं। इसका पालन नहीं करने पर संबंधित एचएम के खिलाफ कार्रवाई की चेतावनी दी जा रही थी। जिसके कारण से प्रधान पाठक मजबूर होकर इसको करवा रहे थे।
नये जिले में मनमानी, बीआरसीसी को शो-काज नोटिस
इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार नये जिले सारंगढ़-बिलाईगढ़ में बलौदाबाजार और रायगढ़ जिले से शिक्षा विभाग का पूर्ण प्रभार सारंगढ़ के ओएसडी श्रीमती डेजी रानी जांगड़े को दे दिया गया है। ऐसे मे बिना डीईओ के अनुमोदन और अनुमति के बिलाईगढ़ ब्लाक के बीआरसीसी ने डिजिटल सिग्नेचर के नाम पर मनमानी करते हुए डीजी का काम शुरू कर दिया। जिसके कारण से सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला के डीईओ श्रीमती डेजी रानी जांगड़े ने उन्हे शो-काज नोटिस जारी कर तीन दिन मे जवाब मांगा है। जवाब संतोषप्रद नही होने पर कार्यवाही की बात पत्र मे लिखा गया है।
राशि वापस नही करने पर छ. ग. आम शि. संघ करेगा बीईओ कार्यालय का घेराव
छत्तीसगढ़ आम शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष श्री प्रदीप लहरे ने बताया की डिजिटल हस्ताक्षर के नाम पर विकास खंड बिलाईगढ़ मे सभी प्रधान पाठकों से तीन- तीन हजार रुपये की अवैध वसूली का आरोप लगाया है । जबकि उच्च अधिकारी द्वारा किसी भी प्रकार का कोई लिखित आदेश नही दि गई है। जिला शिक्षा अधिकारी सारंगढ़ बिलाईगढ़ से लंबी चर्चा की गई। इस अवैध वसूली का छत्तीसगढ़ आम शिक्षक संघ घोर निदां करते हुए तत्काल वापस करने की मांग की गई है। आगे कहा कि अगर वसूली की गई राशि वापस नही गई तो बीईओ कार्यालय बिलाईगढ़ का घेराव करने की चेतावनी दी है। सोचने वाली बात है कि यह मोटी रकम राशि किसके कहने और किसके संरक्षण में किया गया है?