
सारंगढ़ जिला मुख्यालय का मुक्तिधाम बदहाल : नाली का पानी में डूबे सड़क से गुजरकर जाना पड़ता है मुक्तिधाम?
अंतिम यात्रा में भी नसीब नही हो रहा है शांति?
मुक्तिधाम के सामने सड़क पर बह रही है नाली?
बदहाली की दौर से गुजर रही है बिलासपुर रोड़ का मुक्तिधाम,
कलेक्टोरेट से महज 500 मीटर दूर है नगर पालिका का मुक्तिधाम,
सारंगढ़ टाईम्स न्यूज/सारंगढ़,
सारंगढ़ नगर पालिका के द्वारा संचालित मुक्तिधाम में अंतिम यात्रा पर आये शहरवासी और
रिश्तेदारो को इस गम की पीड़ा के समय भी गंदगी से रूबरू होना पड़ता है। मुक्तिधाम के ठीक सामने बह रही नाली का पानी को पार करके मुक्तिधाम जाना पड़ता है। अंतिम यात्रा में कंधा देने वाले रिश्तेदार इस बहती हुई नाली से गुजरकर मुक्तिधाम पहुंचते है। बिना केयर टेकर के संचालित हो रही इस मुक्तिधाम में सफाई नाम की चीज ही नही है। दूसरे शहर-नगर से आने वाले सारंगढ़ जिला मुख्यालय के इस मुक्तिधाम को लेकर नगर पालिका को खूब भला बुरा कहते है। आखिर अंतिम यात्रा में भी नाली का पानी के ऊपर गुजरने की नौबत क्यो आ रही है? सारंगढ़ जिला मुख्यालय के बिलासपुर रोड़ स्थित आदर्श मुक्तिधाम में मृतक व्यक्ति अपने अंतिम सफर को भी चैन से नही कर पाता है। चार कंधो पर सवार होकर आया मृतक व्यक्ति का नाली के पानी के ऊपर से गुजरकर अंतिम संस्कार करना पड़ता है जिससे सामाजिक भावनाएं आहत हो रही है
किन्तु नगर पालिका सारंगढ़ का मुक्तिधाम को लेकर उदासीन रवैया समझ से परे है। स्थिति इतनी बदहाल हो गई है कि नाली का पानी मुक्तिधाम के अंदर पहुंच रहा है। जब भीषण गर्मी में यह हाल है तो वर्षाकाल में मुक्तिधाम की स्थिति का अंदाजा लगाया जा सकता है। वही गंदगी और सफाई को लेकर स्थिति इतनी ज्यादा बद से बदत्तर है कि नगर पालिका सारंगढ़ के जवाबदार अधिकारी-कर्मचारी और जनप्रतिनिधियो की मानवीय संवेदना ही खत्म हो गई दिख रही है। यहा पर केयर टेकर नही होने से साफ-सफाई का अभाव साफ तौर पर दिख रहा है। लाखो रूपये खर्च कर कुछ साल पहले इस आर्दश मुक्तिधाम का जीर्णोद्धार किया गया था किन्तु टाईल्य यहा पर उखड़ा हुआ है और साफ-सफाई शून्य है। अंतिम संस्कार करने आये परिजन यहा पर कपड़े और बांस आदि को फेके हुए है जो कि वहा पर ही रहता है इसका डिस्पोजल का कोई व्यवस्था नही है।
यहा पर टाईल्स उखड़ गया है। शेड़ के ऊपर सड़ते जा रहा है। लकड़ी रूम खंड़हर में तब्दील हो गया है। प्रतिक्षालय में गंदगी का आलम है। पेड़पौधे जंगल का रूप धारण कर लिये है। चहुंओर गंदगी का साम्राज्य है। डिस्पोजल गिलास और पाऊच आदि चारो ओर बिखरे पड़े है। झाड़िया बड़े होकर जंगल का रूप धारण कर रही है। पहली ही नजर मे देखने पर मुक्तिधाम बेतरतीब जंगल नजर आ रहा है। गंदगी के कारण से सारंगढ़वासी शर्मशार हो जा रहे है। बाहर अन्य शहर और गांव से आने वाले इस बात का कटाक्ष करने मे नही चूक रहे है कि जिला मुख्यालय का मुक्तिधाम इस जर्जर अवस्था में तो नही होना चाहिये। विशेषकर नाली का पानी के ऊपर से गुजरने से लोगो की सामाजिक भावनाओ को चोट पहुंच रहा है। किन्तु कई बार नगर पालिका सारंगढ़ को अवगत कराने के बाद भी इस समस्या की ओर ध्यान नही दिया जा रहा है।
मुक्तिधाम के सामने सड़क पर बह रही है नाली?
सारंगढ़ के बिलासपुर रोड़ के इस मुख्य मुक्तिधाम का उपयोग शहरवासी सर्वाधिक करते है। रहने को यहा पैलपारा और कमलानगर मे दो और मुक्तिधाम है किन्तु इस मुक्तिधाम को कई वार्ड के रहवासी उपयोग करते है। किन्तु जिस प्रकार से मुक्तिधाम के ठीक सामने नाली का पानी मे सड़क डूबा रहता है और अंतिम यात्रा को नाली का पानी के ऊपर से गुजरना पड़ता है उससे सामाजिक भावनाओ को चोट पहुंचती है। महज 10 मीटर चौड़ी सड़क पर बह रही नाली को अंडरग्राऊंड नाली बनाना है
जो कि महज चंद हजार रूपये में पूरा हो सकता है। या जेसीबी से छोटा सा नाली तोड़कर उसे बड़े नाली मे मिलाने भर से यह समस्या का अंत हो सकता है। किन्तु नगर पालिका सारंगढ़ के जवाबदार अधिकारी इस मुक्तिधाम की समस्या को हल करना ही नही चाहते है। कलेक्टोरेट से महज 500 मीटर की दूरी पर स्थित इस मुक्तिधाम में सफाई अभियान और नाली का निमार्ण बहुत की आवश्यक है साथ ही यहा पर केयर टेकर की नियुक्ति भी अनिवार्य है।