
सारंगढ़ में लाखों रूपये की लागत से लगाई गई “सड़क बत्ती” गुल ! मुख्य मार्गो में अंधेरा का साम्राज्य?
गौरवपथ में 78 स्ट्रीट लाईट में से 52 बंद पड़ी,
मेंटनेंस नही कर पा रहा है सारंगढ़ नगर
पालिका,
भारतमाता चौक से रायपुर रोड़ में व्यापारियो के
दुकानो की लाईट से सड़क पर प्रकाश,
बिलासपुर रोड़ में गढ़ चौक के बाद घनघोर अंधेरा कायम?
आफिसर्स कालोनी और सिविल न्यायालय रोड़ की सड़क बत्ती हुई गुल?
सुशासन तिहार मे बुनियादी सुविधा तक नही दे पा रही है नगर पालिका,
सारंगढ़ टाईम्स न्यूज/सारंगढ़,
जिला बनने के पहले तक सारंगढ़ में बिजली-पानी और सफाई व्यवस्था को लेकर प्रशासनिक दबाव साफ तौर पर देखा जाता था किन्तु जिला बनने के बाद अब यह प्रशासनिक दबाव शून्य हो चुका है जिसके कारण से सारंगढ़ नगर पालिका का बुनियादी सुविधाओ को लेकर उदासीन रवैया है। सेटअप और कर्मचारी नही होने का हवाला देकर बदहाली का आंसू बहा रहे सारंगढ़ नगर पालिका के किंकर्तव्यविमूढ़ता के कारण से सारंगढ़ का मुख्य मार्ग अंधेरे मे डूबा हुआ है। बिलासपुर रोड़ गौरवपथ मे 78 स्ट्रीट लाईट मे से 52 स्ट्रीट लाईट बंद पड़े है। आफिसर्स कालोनी में अंधेरा छाया हुआ है, गढ़ चौक के बाद रानीसागर तक घनघोर अंधेरा मे डूबा हुआ है। सिविल न्यायालय सड़क मे लाखो रूपये की लागत से लगाया गया स्ट्रीट लाईट बंद पड़ा है। ऐसे मे सुशासन तिहार में सड़क बत्ती तक की व्यवस्था को सम्हाल नही पा रही सारंगढ़ नगर पालिका से नगरवासी और क्या उम्मीद करेंगें।
दरअसल वर्षो से सारंगढ़ नगर पालिका मे पदस्थ कर्मचारी अपने कर्तव्य को लेकर काफी उदासीन हो गये है। स्थानीय निवासी होने के कारण से उनपर पर्याप्त दबाव भी नही बन रहा है तथा आज तक स्थानान्तरण तक नही हो पाने से प्रशासनीक भय खत्म हो गया है। ऐसे मे बुनियादी सुविधाओ को लेकर सारंगढ़ नगर पालिका में परेशानी होना तो तय है। नगरीय निकाय के महत्वपूर्ण कार्यो मे से एक प्रकाश व्यवस्था पूर्ण रूप से सड़क बत्ती पर निर्भर
है किन्तु सारंगढ़ नगर पालिका के कुछ मुख्य मार्गो पर जिस प्रकार से सड़क बत्ती गुल है तथा अंधेरा का साम्राज्य कायम है उससे ऐसा लगता है कि सारंगढ़ में व्यवस्था नाम की कोइ्र चीज ही नही है। सारंगढ़ के गौरवपथ अभी सर्वाधिक व्यवस्त रोड़ मे से एक है यहा पर भारतमाता चौक से आर्दश पेट्रोल पंप तक गौरवपथ बनाया गया तथा डिवाईडर मे स्ट्रीट लाईट लगाया गया है। यहा पर कुल 78 स्ट्रीट लाईट स्थापित है जिसमे से डिवाईडर के पहले 13 और उसके बाद 1 स्ट्रीट लाईट यानि 26 स्ट्रीट लाईट पूरी तरह से बंद पड़ा हुआ है। वही बीच डिवाईडर में कुल 52 स्ट्रीट लाईट लगाई गई है जिसमें से 28 लाईट बंद पड़ी हुई है। ऐसा नही है कि अंधड़ पानी के कारण से यह स्ट्रीट लाईट बंद पड़ी हुई है बल्कि लगभग 4 माह से यह लाईट बंद पड़ी हुई, वही गढ़ चौक के बाद रानीसागर होते हुए नगर पालिका की सीमा के पास तक की रोड़ की स्थिति भी बदहाल है।
यहा पर पूर्ण रूप से अंधेरा कायम है तथा सायकल या पैदल आवागमन करने वालो को हमेशा खतरा बना हुआ रहता है। इसी प्रकार से सारंगढ़ के उलखर रोड़ मे भोजपुर जो कि वार्ड क्रमांक 2 मे आता है वहा तक लाखो रूपये का खर्च करके स्ट्रीट लाईट लगाया गया है उसका भी हालत बद से बदत्तर है कालेज मोड़ तक तो एक भी स्ट्रीट लाईट नही जल रही है वही उसके बाद एक्का-दुक्का लाईट जल रही है। ऐसे मे वही पर बने आफिसर्स कालोनी में भी घनघोर अंधेरा छाया हुआ है। खंबे पर लाईट लगी हुई है किन्तु ईच्छाशक्ति का अभाव के कारण से इन बंद पड़र सड़क बत्ती को शुरू नही किया जा रहा है। भारतमाता चौक से रायपुर रोड़ तुर्की तालाब तक भी अंधेरा? सारंगढ़ के भारतमाता चौक से रायपुर रोड़ मे तुर्की तालाब रोड़ तक की मुख्य सड़क पर अगर व्यापारियो के दुकानो की लाईटो को बंद कर दिया जाये तो पूरा रोड़ अंधेरे मे डूबा रह जायेगा। बताया जा रहा है यहा पर खंबो में कुछ दिन पहले लाईट लगाया गया है किन्तु मेंटनेंस के अभाव के कारण से अधिकांश स्ट्रीट लाईट बंद पड़ी हुई है। वही सहसपुर और बावाकुटी के पास भी मुख्य सडक पर अंधेरा कायम है यहा पर भी लगाया गया स्ट्रीट लाईट बंद पड़ा हुआ है। सहसपुर के बाद नगर पालिका की सीमा तक लगाया गया स्ट्रीट लाईट जल रहा है। वही रायगढ़ रोड़ में भी हालत बद से बदत्तर है यहा पर रोड़ का चौड़ीकरण का कार्य चल रहा है किन्तु अंधेरा होने के कारण से यहा पर दुर्घटना का खतरा बना रहता है। बस स्टैंड के अंदर पर्याप्त मात्रा मे प्रकाश व्यवस्था नही होने के कारण से जो लुक आना चाहिये वह नही आ रहा है। वही शहर के मुख्य मार्ग के स्थिति को देखकर भीतर के वार्ड और गलियो की स्थिति की कल्पना भी नही किया जा सकता है।
सुशासन तिहार में अंधेरा राज कायम?
पूरे प्रदेश में चल रहे सुशासन तिहार के साथ सारंगढ़ नगर पालिका मे भी सुशासन तिहार
मनाया जा रहा है और समस्याओ का निराकरण करने की दिशा में पहल किया जा रहा है किन्तु सड़क बत्ती के मामले मे जिस प्रकार से जिला मुख्यालय सारंगढ़ अंधेरे मे डूबा दिख रहा है उससे साफ जाहिर हो रहा है कि नगर पालिका अमला सारंगढ़ नगर को बुनियादी सुविधा प्रदान करने मे असफल रहा है। कलेक्टोरेट के आवागमन वाला प्रमुख सड़क गौरवपथ मे यदि प्रकाश व्यवस्था शून्य है तो बाकि स्थान पर अंदाजा लगाया जा सकता है। जिला के प्रशासनिक अधिकारियो का आवागमन इस मार्ग पर होता है फिर भी बंद पड़े स्ट्रीट लाईट पर किसी की नजर नही पड़ने से सारंगढ़ में अभी अंधेरा राज दिख रहा है।