भटगांव में सक्रिय पार्षद प्रतिनिधि गुड्डा साहु के साथ किसने की राजनिति ?
न्युज
सारंगढ़ बिलाईगढ़ जिले में किस प्रकार से भाजपा के कर्मठ पार्षदों को दर किनार किया जाता है इसका जीता जागता उदाहरण देखना है तो भटगांव के युवा और जुझारू पार्षद प्रतिनिधि संजीव गुड्डा साहु को देखा जा सकता है। भटगांव में सक्रिय भाजपाई चेहरे के रूप मे प्रसिद्ध गुड्डा साहु किसी परिचय के माहताज नही हैं। लगातार भाजपा का झण्डा उठाने वाले गुड्डा साहु ने 2003 में एल्डरमेन के रूप में कार्य किया तो वहीं 2004 से 2009 तक युवा मोर्चा के कार्यकारिणी सदस्य रहे। 2009 से 2014 तक युवा मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष के रूप में उन्होने सेवा दी। 2014 में एल्डरमेन प्रतिनिधि के रूप में भी उन्होने कार्य किया। 2019 से 2022 तक झुग्गी झोपड़ी प्रकोष्ठ जिला संयोजक के रूप में दायित्व निर्वहन किया वहीं वर्ष 2019 से 2024 तक वह पार्षद प्रतिनिधि के रूप में सेवा देते रहे हैं। उनकी धर्मपत्नि श्रीमती शीली संजीव साहु नगर पंचायत भटगांव में वर्तमान पार्षद हैं। जिस प्रकार से संगठन के भीतर एक दुसरे को काटने के लिए तलवारें खींच ली गई हैं उसके चक्कर में एक मजबुत व जिताउ चेहरा मैदान से बाहर हो गया। युवाओं को मौका देने की बात करते करते उक्त वार्ड से 75 वर्षीय चेहरे पर पार्टी ने दांव लगा दिया। जो व्यक्ति लगातार पार्टी का झंडा उठाकर चल रहा है और संघर्ष कर रहा है उसके साथ ऐसे छलपुर्वक कार्य होने से जिला भाजपा संगठन के पादर्शिता पर सवाल उठने लाजिमी हैं। पार्टी के लड़ने वाले चेहरों को दरकिनार कर कुछ वर्ष पुर्व भाजपा प्रवेश करने वाले चेहरों पर दांव लगाने से निश्चित तौर पर कर्मठ कार्यकर्ताओं में मायुसी भी देखने को मिल रही है। संगठन की कसौटी पर खरा उतरने में नवनिर्वाचित मंडल अध्यक्ष धीरज सिंह को और समय लग सकता है।
आखिर किस नेता के ईशारे पर अचानक कट गई टिकट
आम तौर पर सीटिंग पार्षद का टिकट नही काटा जाता है और खासकर सक्रिय पार्षदों को लेकर आलाकमान हमेशा संवदनशील रहा है। वर्तमान स्थिति में भटगांव में भाजपा के 6 पार्षद रहे हैं जिसमें श्रीमती शीला संजीव साहु के अलावा बाकि सभी पार्षदों को अथवा उनके प्रतिनिधियों को टिकट दिया गया है। राजेश सिदार, ज्योति सारथी, लीलाधर वैष्णव, सुरेस रघु, अशोक साहु को टिकट दिया गया जिसमें से दो स्वयं पार्षद हैं और बाकि के पति या पत्नी/माता पार्षद के रूप में कार्य करते रहे हैं ऐसे में बेहद आश्चर्य का विषय है कि एक सक्रिय पार्षद का टिकट किस आधार पर और किस नेता के ईशारों पर काटा गया। वहीं जानकारों कि माने तो एक ही परिवार के दो लोगों को टिकट दिया गया है साथ ही साथ ऐसे चेहरों पर भी दांव लगा दिया गया है जो कभी भी पार्टी के कार्यक्रमों में नजर नही आते हैं वहीं यादव होटल के संचालक देव यादव जो पिछला चुनाव भाजपा के चुनाव चिन्ह से लडे थे और इस बार भी प्रबल दावेदार थे, पिछले चुनाव में नजदीकी मुकाबले में अपने प्रतिद्वद्वी से उन्हे हार का सामना करना पड़ा था उन्हे इस बार टिकट मिलने की संभावना थी, लेकिन राजनिति में योग्यता और सक्रियता पर हमेशा किस्मत भारी रही है। सुत्र बताते हैं कि टिकट वितरण में जमकर राजनिति हुई है और इसके कारण नव निर्वाचित जिलाध्यक्ष ज्योति पटेल की छवि धुमिल हो रही है।
भटगांव में गुड्डा के पक्ष में बनने लगा है माहौल
विश्वस्त सुत्रों की मानें तो जिस प्रकार से षडयंत्रपुर्वक युवा नेता गुड़डा साहु के टिकट को कटवाया गया उसको लेकर भटगांव वासियों में खासा रोष देखने को मिल रहा है। भाजपा के जमीनी कार्यकर्ताओं के साथ साथ व्यापारी वर्ग में भी पार्टी के इस निर्णय को लेकर बेहद निराशा देखने को मिल रहा है। स्वार्थ की राजनिति करने वालों के कारण पार्टी को नगर पंचायत चुनाव में बडे नुकसान का सामना करना पड़ जाए तो अतिशियोक्ति नही होगी। भटगांव की राजनिति में गुड़डा साहु जैसे कर्मठ कार्यकर्ताओं की अनदेखी निश्चित रूप से संगठन के नव निवार्चित जिलाध्यक्ष ज्योति पटेल के लिए बडी चुनौती की तरह है।
क्या कहते हैं संजीव गुड्डा साहु –
इस मामले में पार्षद प्रतिनिधि और युवा नेता संजीव गुड्डा साहु से बात की गई तो उन्होने कहा कि मै लगातार पार्टी और जनता की सेवा करता आया हुं, हमेशा प्रयास रहा है कि पार्टी सेवा में जो बेहतर से बेहतर हो वह मैं करू।
क्या कहते हैं भाजपा जिलाध्यक्ष ज्योति पटेल –
इस मामले में सारंगढ़ टाईम्स की टीम ने जब भाजपा के नव निर्वाचित जिलाध्यक्ष ज्योति पटेल से बात कि तो उन्होने बताया कि सभी नाम प्रदेश पदाधिकारियों के अनुमोदन व जिला पदाधिकारियो से सलाह मशवरा पश्चात् तय किये गए हैं और किसी भी कार्यकर्ता को हताश होने की जरूरत नही है। भाजपा कार्यकर्ताओं की पार्टी है और आने वाले समय में सभी कार्यकर्ताओं के सम्मान का भी ध्यान रखा जाएगा।