
SARANGARH NEWS मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय का सारंगढ़ आगमन : रायपुर-सारंगढ-झारसुगड़ा रेल लाईन की उम्मीद को लग सकते है पंख!
दो बार सारंगढ़ अंचल के लोकसभा सांसद रहे थे
श्री साय
सारंगढ़ अंचल को मिल सकती है बड़ी सौगात,
नेशनल हाईवे और भारतमाला परियोजना को
पहले से ही दे चुके है स्वीकृति,
अब सबकी नजर रेल परियोजना पर,
सारंगढ़ टाईम्स न्यूज/सारंगढ़,
छत्तीसगढ़ के मुखिया श्री विष्णुदेव साय का 16 या 17 जनवरी को सारंगढ़ प्रवास हो रहा है। अंतिम रूप से कार्यक्रम अभी तक फायनल नही हुआ है किन्तु उनका आगमन निश्चत है तथा सांरगढ़ अंचल को करोड़ो रूपये की सौगात निश्चित है। लेकिन सारंगढ़ की जनता का सपना सारंगढ़ मे रेल लाईन है। रेल्वे के द्वारा स्वीकृति परियोजना रायपुर-सारंगढ़-झारसुगड़ा रेल लाईन को धरातल पर लाने के लिये श्री साय ही हरी झंड़ी सारंगढ़ अंचल में विकास का नया द्वार खोन सकती है। सारंगढ़ अंचल मे रेल लाईन का सपना को पूरा करने के लिये डबल इंजन की सरकार की बड़ी आवश्यकता महसूस किया जा रहा था और संयोग ऐसा आया कि सारंगढ़ अंचल से ही दो बार के लोकसभा सांसद रहे श्री विष्णुदेव साय ही छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री के तौर पर विराजमान है। ऐसे मे सारंगढ़ अंचलवासी उनके आगमन पर सारंगढ़ में रेल परियोजना को धरातल पर लाने की एक सूत्रीय मांग और उनके लिये प्रयास के बारे मे सोच रहे है तो गलत क्या है। दरअसल 2016 में जब श्री विष्णुदेव साय सांसद रहे थे तब उन्होने रायपुर-सारंगढ़- झारसुगड़ा रेल लाईन का स्वीकृति परियोजना को एक कदम आगे बढ़ाते हुए इसके डीपीआर के लिये पहल किया था और 463 लाख रूपये लागत से डीपीआर को स्वीकृति दिलाई थी। ऐसे मे अब जब सारंगढ़-बिलाईगढ़ अलग जिला बन गया है और क्षेत्र मे विकास की आस लगाई जा रही है तथा क्षेत्र के सांसद अब मुख्यमंत्री बन गये है तो सारंगढ़ अंचल मे रेल का सपना को पूरा कराने के लिये उनके आगमन पर एक सूत्रीय मांग सामने आने वाली है।
रायपुर से बलौदाबाजार होकर भटगांव-सरसीवां होते हुए सारंगढ़ होकर भीखमपुरा होते पुसौर होकर झारसुगड़ा के लिये 310 किलोमीटर लंबी रेल परियोजना के लिये 2016 मे तात्कालिक तौर पर 2163 करोड़ रूपये की अनुमानित व्यय का अनुमान लगाया गया था जो कि अभी लगभग 10 हजार करोड़ रूपये का हो गया है। इस परियोजना के लिये भूमि उपलब्धता कराने और परियोजना का लगभग 25 फीसदी का खर्च को राज्य सरकार के द्वारा वहन करने के प्रस्ताव के कारण से पूर्व के राज्य सरकार और केन्द्र सरकार के बीच रेल परियोजना को लेकर कोई भी समझौता नही बन पाया था इस कारण से लगभग 5 वर्षो तक रेल परियोजना की फाईल धूल खा रही थी। वही केन्द्र मे भाजपा सरकार और राज्य में भाजपा की सरकार और मुख्यमंत्री के तौर पर श्री विष्णुदेव साय का विराजमान होना और सारंगढ़ जिला के सरिया क्षेत्र से वित्त मंत्री के रूप मे ओ.पी.चौधरी का होना यह सब बात सारंगढ़ मे रेल परियोजना को मूर्त रूप देने के प्रयास के पक्ष मे दिख रहा है। ऐसे मे क्षेत्रवासियो की आशा है कि सारंगढ़ अंचल मे रेल का सपना को साकार करने का इससे
बढ़िया मौका और कभी नही आयेगा। इस कारण से सभी की निगाहे मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के सारंगढ़ आगमन पर टिकी हुई है। 16 जनवरी या 17 जनवरी को सारंगढ़ पधार रहे मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय के समक्ष सारंगढ़ मे रेल परियोजना को पूर्ण करने की घोषणा कर इसे अमलीजामा पहनाने की मांग मुख्यमंत्री श्री साय के समक्ष उठ सकती है। नेशनल हाईवे और भारतमाला परियोजना को पहले से ही दे चुके है स्वीकृति,
सारंगढ़ अंचल के विकास के लिये संजीदा मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय सारंगढ़ से बलौदाबाजार होकर रायपुर के लिये बनने वाली
नेशनल हाईवे मार्ग को फोरलेन बनाये जाने का प्रस्ताव सड़क परिवहन मंत्री नितीन गड़करी के समक्ष रखे और स्वीकृति दिलवाये है वही
सारंगढ़ से सरायपाली और सारंगढ़ से रायगढ़ को फोरलेन कराने तथा चंद्रपुर में नया पुलिया का निमार्ण कार्य को भी स्वीकृति दिलाये है।
वही रायगढ़-सारंगढ़-बसना के लिये नया भारतमाला परियोजना को भी केन्द्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्री से स्वीकृति कराने मे मुख्यमंत्री
श्री साय ने कोई कमी नही छोड़ी है। ऐसे मे उनके सारंगढ़ आगमन पर सारंगढ़ के बहुप्रतिक्षित रेल परियोजना को स्वीकृति दिलाने के लिये मुख्यमंत्री श्री विष्णुदेव साय का पहल अंचल मे विकास का नया सबेरा ला सकता है।