सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले में बिजली की अघोषित और अनियंत्रित कटौती से आम
जनता हलाकान?
नही सम्हल रहा है विद्युत व्यवस्था, भ्रष्ट्राचार और कमीशनखोरी की भेंट चढ़ रहा है विद्युत विभाग? ट्रांसफार्मर जलने पर बदलने के नाम पर हजारो रूपये की उगाही? फाल्ट के नाम पर घंटो की विद्युत कटौती से आम जनता बेहाल कम बारिश के कारण से सिंचाई के लिये बोर पर किसान निर्भर किन्तु ग्रामीण क्षेत्र में हो रही कटौती से लोग हलाकान
सारंगढ़,
नया जिला बना सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला में आम जनता को विद्युत विभाग के भर्राशाही कार्यप्रणाली से परेशान होना पड़ रहा है। जिले में इस बार महज 70 फीसदी ही बारिश हुई है ऐसे में किसानो को खेतो में फसल के लिये बोर पंप का सहारा लेना पड रहा है वही त्यौहारो के मौसम में हलाकान कर देने वाला गर्मी और उमस के बीच घंटो की विद्युत कटौती से आम जनता त्रस्त है। इस भीषण कटौती के खिलाफ आवाज उठाने वाला भी जिला में कोई नही होने से विभाग की कार्यशैली बदहाल हो गई है। वही गांवो में ट्रांसफार्मर जलने पर बदलने के नाम पर अवैध वसूली का खेल यहा पर बदस्तूर जारी है तथा हजारो रूपये की अवैध वसूली ट्रांसफार्मर बदलने या फाल्ट को दूर करने के नाम पर लिये जाने की शिकायते सामने आ रही है। हर विभाग की तरह विद्युत विभाग भी संभागीय कार्यालय खुलने के बाद से लापरवाह विभाग कहला रहा है। नया जिला बना सारंगढ़-बिलाईगढ़ में प्रशासनीक कसावट नही होने के कारण से यहा पर विद्युत विभाग के मनमानी का शिकार आम जनता को होना पड़ रहा है। सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के प्रमुख नगर बरमकेला-सरिया-सरसीवां-भटगांव-पवनी-बिलाईगढ़-कोसीर और जिला मुख्यालय सारंगढ़ में विद्युत की घंटो कटौती हो रही है।
इस कटौती के कारण से आन जनता त्रस्त हो जा रही है। किन्तु हर दिन सुबह 9 बजे से शुरू होने वाली कटौती का सिलसिला देर रात तक बदस्तूर जारी रहता है। इस संबंध में मिली जानकारी के अनुसार सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला में इस वर्ष मानसून ने दगा दे दिया है तथा हर वर्ष होने वाली लगभग 1000 मिलीमीटर वर्षा के स्थान पर मात्र 700 मिलीमीटर वर्षा ही हुई है। इसके कारण से धान उत्पादक में प्रमुख स्थान रखने वाला सरिया-बरमकेला क्षेत्र और सारंगढ़ का पूर्वी क्षेत्र में किसानो के खेतो का बोर से अंतिम सिंचाई का काम जोरो पर चल रहा है। ऐसे महत्वपूर्ण समय में बिजली विभाग फाल्ट और अन्य नाम से घंटो की अघोषित और अनियंत्रित कटौती को अंजाम दे रहा है। जिला मुख्यालय सारंगढ़ यहा पर दो जोन में बंटा हुआ है और सुबह से ही यहा पर फाल्ट सुधारने के नाम पर कटौती का सिलसिला शुरू हो जा रहा है तथा कब-कितना समय और कब तक के लिये बिना जानकारी के कटौती कर दिया जा रहा है। अभी सिंतबर माह का समय पूरा हो रहा है और त्यौहारो का माह अक्टूबर शुरू हो रहा है किन्तु विद्युत विभाग के कार्यशैली में सुधार आने की गुंजाईश काफी कम दिख रहा है। यहा पर शहरी जोन में हर दिन सुबह 9 बजे फाल्ट के नाम पर दो घंटे की कटौती से काम शुरू करने वाला विद्युत विभाग हर दिन लगभग 6-8 घंटे की कटौती कर रहा है। वही ग्रामीण क्षेत्र में और भी बुरा हाल है
ग्रामीण क्षेत्र मे मेंटनेंस के नाम पर हाल ही में लगभग 8 घंटे का लंबा समय का कटौती किया गया था किन्तु फिर भी व्यवस्था में सुधार नही हो रहा है। बिजली के निर्भर रहने वालो का व्यवसाय भी विद्युत के अघोषित कटौती से काफी प्रभावित हो रहा है। बरमकेला के लोधिया फीड़र में सर्वाधिक कटौती? राजनितिक रूप से मजबूत क्षेत्र माना जाने वाला बरमकेला का लोधिया फीडर को लेकर विद्युत विभाग का लापरवाही भरा रवैया काफी निराश करने वाला है। यहा पर हर दिन सुबह 10 बजे से दोपहर 2 बजे तक तथा शाम को 2 घंटे तक फाल्ट के नाम पर अवैध रूप से कटौती किया जाता है। बिना कोई वजह के ग्रामीण फीड़र लोधिया में कटौती होने से क्षेत्र के किसानो को भी खेतो मे सिंचाई के लिये काफी परेशानी हो रहा है। वही बरमकेला शहर से जुड़ा हुआ इस क्षेत्र में कई प्रतिष्ठान और स्कूल आदि का संचालन हो रहा है वहा पर पीने के पानी तक के लिये समस्या खडी हो जा रही है। सैकड़ो एकड़ खेतो के सिंचाई के लिये बोर पर इस क्षेत्र के किसान निर्भर है किन्तु विद्युत विभाग के लापरवाही के कारण से क्षेत्रवासी परेशान और हलाकान है।
कम वर्षा से डिमांड़ ज्यादा है बिजली का?
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला मे जहा हर वर्ष 1000 मिलीमीटर बारिश होती है वहा इस बार महज 70 फीसदी ही हुई है इसके कारण से उमस भरा मौसम और गर्मी से राहत अभी तक नही मिली है। पूरा क्षेत्र के किसान बोर पंप के भरोसे है, ऐसे मे यहा बिजली की डिमांड़ काफी ज्यादा हो गई है। घरो के एसी और कूलर अभी भी दिन-रात चल रहे है, इस कारण से जिले मे बिजली की डिमांड़ में कोई कमी नही दिख रही है। मांग और आपूर्ति को संतुलित रखने के लिये फाल्ट के
नाम पर अघोषित कटौती का संकेत मिलने के बाद त्यौहार के सीजन में भी अघोषित कटौती का सिलसिला यहा पर जारी है जिससे क्षेत्रवासी हलाकान हो गये है। अवैध वसूली और अवैध चढ़ावा के लिये बदनाम विद्युत विभाग? सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला में विद्युत विभाग मौके पर चौका मारने में माहिर दिख रहा है। भीषण गर्मी का सामना कर रहा जिले मे कई गांवो में ट्रांसफार्मर के फेल होने की खबरे छनकर सामने आ रही है जिसके मरम्मत या बदलने के नाम पर हजारो रूपये का चढ़ावा का खेल विद्युत विभाग का सरकारी अमला कर रहा है। सूत्र बताते है कि 100 केव्ही का ट्रांसफार्मर बदलने के नाम पर 15 हजार रूपये तक की चढ़ावा नही मिलने पर स्टोर में ट्रांसफार्मर नही होने का रटा- रटाया जवाब आ रहा है। वही चढ़ावा के नाम पर हामी भरते ही तत्काल ट्रांसफार्मर लगाने के लिये टीम जुट जा रही है। सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला का विद्युत विभाग में ट्रांसफार्मर बदलने और फाल्ट को दूर करने के नाम पर क्षेत्रवासियो से अवैध वसूली की शिकायतो के बीच बदहाल विद्युत व्यवस्था को सुधारने के लिये जल्द की उचित कदम नही उठाया गया तो आने वाला समय में बड़ा आंदोलन विद्युत व्यवस्था के नाम पर हो सकता है।