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रायपुर रेलवे स्टेशन को स्मार्ट बनाने की कवायद, तोड़ी गई रेलवे कॉलोनी, सड़क चौड़ीकरण के साथ मल्टी लेवल पार्किंग, रेस्टोरेंट, वर्ल्ड क्लास पैलेस का होगा निर्माण…

रायपुर रेलवे स्टेशन को स्मार्ट बनाने की कवायद, तोड़ी गई रेलवे कॉलोनी, सड़क चौड़ीकरण के साथ मल्टी लेवल पार्किंग, रेस्टोरेंट, वर्ल्ड क्लास पैलेस का होगा निर्माण…

रायपुर रेलवे स्टेशन को स्मार्ट बनाने की कवायद, तोड़ी गई रेलवे कॉलोनी, सड़क चौड़ीकरण के साथ मल्टी लेवल पार्किंग, रेस्टोरेंट, वर्ल्ड क्लास पैलेस का होगा निर्माण…

रायपुर रेलवे स्टेशन को स्मार्ट बनाने के लिए 7 नंबर साइड की रेलवे कॉलोनी तोड़ा जा रहा है. कालोनी में लगे सालों पुराने पेड़ों को भी शिफ्ट किया जाएगा. खाली हुई जमीन पर यात्री सुविधा के हिसाब से भवनों के निर्माण के साथ सड़क का निर्माण किया जाएगा, जिससे यात्री बिना किसी परेशानी के स्टेशन तक पहुंच पाए.

अमृत भारत मिशन के तहत रायपुर स्टेशन के रि-डेवलपमेंट का काम शुरू हो गया है. स्टेशन को स्मार्ट स्टेशन में तब्दील करने के लिए सबसे पहले गुड़ियारी की तरफ बनी आरपीएफ और लोको पायलट की कॉलोनी के करीब 120 मकानों को तोड़ा गया है. रेलवे यहां वर्ल्ड क्लास पैलेस और रेस्टोरेंट के साथ मल्टीलेवल कार पार्किंग का भी निर्माण करेगा. यही नहीं सड़क बनाई जाएगी, जिसे तेलघानी नाका से भी जोड़ा जाएगा. इससे प्लेटफार्म 5 और 7 आने-जाने वाले यात्रियों को परेशानी का सामना नहीं करना पड़ेगा.

इसके अलावा जल्द ही प्लेटफार्म 1 की तरफ आरपीएफ पुलिस थाना, पार्सल कार्यालय और आरक्षण काउंटर को भी तोड़ा जाएगा. आरपीएफ कॉलोनी वाले परिसर के खाली होने पर फाफाडीह तक एक्सप्रेस-वे का विस्तार हो जाएगा. यहीं पर पार्किंग बिल्डिंग बनाई जाएगी, क्योंकि एक्सप्रेस-वे सड़क घूमकर स्टेशन से जुड़ी हुई है.

इसके अलावा आज जहां मुख्य रिजर्वेशन टिकट का ऑफिस है, वहां एक मल्टीस्टोरी पार्किंग बिल्डिंग बनाई जाएगी, जिसमें पार्सल कार्यालय भी होगा. रायपुर स्टेशन को सिटी सेंटर की तरह बनाने के लिए केंद्र सरकार ने 470 करोड़ की मंजूरी दी है. वर्तमान में अभी जो प्लेटफार्म है, उसकी चौड़ाई डेढ़ गुना तक बढ़ जाएगी.

रेलवे अफसरों के अनुसार, कॉलोनी में आधा दर्जन से ज्यादा पेड़ ऐसे हैं, जो करीब 50 साल पुराने हैं. इन पेड़ों को जड़ से उखाड़कर दूसरी जगह शिफ्ट करने की तैयारी की जा रही है. इसके लिए विशेषज्ञों की सहायता ली जाएगी, ताकि पेड़ सूखे खराब न हो. पेड़ों के शिफ्ट होने के बाद तोड़फोड़ के काम में और तेजी लाई जाएगी.

इस पूरे मामले में रेलवे के सीनियर DCM अवधेश कुमार त्रिवेदी का कहना है कि स्टेशन का निर्माण आने वाले 40 साल को ध्यान में रखते हुए किया जा रहा है. लगभग 36 मीटर एफोब्रिज का निर्माण कराया जाएगा. वहां पर नवीन निर्माण भी कराया जा रहे हैं. मल्टी लेवल कार पार्किंग, नवीन रेस्टोरेंट, कमर्शियल प्लेस होंगे, रेलवे स्टाफ, टीटीई के लिए वर्ल्ड क्लास फैसलिटी होगी.

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