विवादित कॉलोनी को दिए थे एक करोड़, अब मांगा हिसाब, हाउसिंग बोर्ड ने कोतरा रोड स्थित अटल विहार कॉलोनी में पकड़ी गड़बड़ी
कोतरा रोड में छग हाउसिंग बोर्ड ने अटल विहार कॉलोनी के नाम से विशाल आवासीय परिसर का निर्माण किया। रहवासियों ने जब आवासीय सोसायटी का पंजीयन किया तो उसके बाद हस्तांतरण किया गया। उस समय दिए गए एक करोड़ रुपए में गड़बड़ी की गई है। शर्त यह थी कि इस राशि को बैंक में जमा कर ब्याज से मेंटेनेंस करना है। अब हाउसिंग बोर्ड ने इस राशि का हिसाब मांगा है। छग गृह निर्माण मंडल रायगढ़ ने अटल विहार कॉलोनी का निर्माण फ्लैट का पजेशन दिया। जब काफी संख्या में रहवासी हो गए तो फिर उन्होंने एक संस्था अटल विहार गृह निर्माण रखरखाव समिति का पंजीयन करवाया। 14 सितंबर 2020 को पंजीयन किया गया है। 14 जुलाई 2022 को हाउसिंग बोर्ड ने समिति को कॉलोनी हैंडओवर की थी।
तब से अब तक एक करोड़ रुपए हाउसिंग बोर्ड दे चुका है। इस राशि को समिति को देने के बदले शर्त रखी गई थी। पूरी रकम को बैंक में जमा कर, ब्याज की राशि से ही कॉलोनी का रखरखाव किया जाना था।अधिनियम में प्रतिवर्ष रजिस्टर्ड सीए से ऑडिट करवाने का प्रावधान है, लेकिन हाउसिंग बोर्ड को ऑडिट रिपोर्ट प्रस्तुत नहीं की गई। अब ईई हाउसिंग बोर्ड ने कॉलोनी समिति से उक्त राशि का संपूर्ण आय-व्यय का ब्यौरा, बैंक स्टेटमेंट, सहित सीए ऑडिट रिपोर्ट, आवंटियों से वसूली गई राशि का विस्तृत विवरण प्रदान करने का आदेश दिया है। यह बेहद गंभीर मामला बताया जा रहा है। पिछले कुछ महीनों में कॉलोनी में विवाद भी सामने आया था।
केवल 60 लाख रुपए ही जमा
मिली जानकारी के मुताबिक कॉलोनी समिति ने नियमों का उल्लंघन किया है। सूत्रों के मुताबिक करीब 60 लाख रुपए फिक्स डिपॉजिट करने के बाद बाकी राशि को खर्च कर दिया गया है। मेंटेनेंस वसूली में भी गड़बड़ी की गई है। पिछले दिनों अध्यक्ष अभिषेक सतपथी को बाकी सदस्यों ने एकमत होकर हटाया भी था। सचिव दीपक सिंह और कोषाध्यक्ष संगीता फ्रांसिस ने इस्तीफा दिया था। इसके बाद उपाध्यक्ष विनोद वस्त्रकार को कार्यवाहक अध्यक्ष, रिंकी पांडेय को सचिव और डीआर सिंह को कोषाध्यक्ष बनाया गया। अभिषेक सतपथी को एक महीने में कार्यकाल का हिसाब प्रस्तुत करने को कहा गया था।