

सारंगढ़ विधानसभा सीट : कांग्रेस टिकट के लिये पदमा के जगह इस बार घनश्याम मनहर की दावेदारी?
पूर्व विधायक पद्मा मनहर के पति है घनश्याम मनहर
वर्तमान मे अजा आयोग के उपाध्यक्ष के पद पर है पद्मा,
विधानसभा में काफी सक्रिय दिख रहे है घनश्याम मनहर
सारंगढ़,
विधानसभा चुनाव 2023 के लिये सत्ताधारी दल कांग्रेस मे भी टिकट के लिये रस्सकस्सी तगड़ी होने के आसार है। गत चुनाव में 52 हजार मतो की एकतरफा विजय मिलने के बाद भी वर्तमान विधायक श्रीमती उत्तरी जांगड़े को कांग्रेस के टिकट के लिये वॉक ओव्हर मिलने की उम्मीद नही दिख रही है। पूर्व विधायक तथा वर्तमान में अजा आयोग के उपाध्यक्ष तथा राज्य मंत्री का दर्जा प्राप्त श्रीमती पद्मा मनहर के पति घनश्याम मनहर इस बार सारंगढ़ विधानसभा सीट से टिकट के लिये लाबिंग करने मे जुटे दिख रहे है। हालांकि इस विषय पर कांग्रेस नेता घनश्याम मनहर खुलकर कुछ नही बोल रहे है और पार्टी हाईकमान के आदेश के अनुसार कार्य करने का जवाब दे रहे है किन्तु विधानसभा क्षेत्र मे उनकी सक्रियता कई सवालो के जवाब दे दे रही है।
सारंगढ़ विधानसभा सीट को कांग्रेस का परंपरागत विधानसभा सीट माना जाता रहा है। छत्तीसगढ़ बनने के समय यहा पर बसपा के विधायक डां.छबिलाल रात्रे विधायक थे जो कि बाद मे कांग्रेस में शामिल हो गये। वही 2003 मे विधानसभा चुनाव में फिर से एक बाद बसपा के कामदा जोल्हे ने विजय प्राप्त कर यहा बसपा को झंड़ा को बरकरार रखा। किन्तु 2008 के विधानसभा चुनाव में परिसीमन के बाद कांग्रेस नेत्री पद्मा मनहर ने शानदार जीत दर्ज किया किन्तु 2013 मे उन्हे पराजय का सामना करना पड़ा तथा भाजपा की श्रीमती केराबाई मनहर से पराजित होना पड़ा। वही 2018 मे कांग्रेस ने यहा नये चेहरे के रूप मे श्रीमती उत्तरी जांगड़े को मैदान मे उतारा और रिकार्ड तोड़ 52 हजार मतो से विजय हासिल कर उत्तरी जांगड़े ने शानदार जीत हासिल किया। कोराना काल के बाद और सारंगढ़-बिलाईगढ़ नवीन जिला निमार्ण के बाद अब इस वर्ष 2023 मे नवंबर माह मे विधानसभा चुनाव होने है ऐसे मे सत्ताधारी दल कांग्रेस से टिकट के दावेदार अब खुलकर विधानसभा क्षेत्र में सक्रिय हो रहे है। वर्तमान विधायक श्रीमती उत्तरी जांगड़े और उनके सर्मथको को लग रहा था कि विधानसभा टिकट के लिये उन्हे ज्यादा माथा पच्ची नही करनी पड़ेगी और 52 हजार से अधिक मतो से मार्जिन उनके पक्ष मे जायेगा किन्तु कहते है कि कांग्रेस की टिकट और मौत का कोई भरोसा नही रहता है। इसी कहावत को ध्यान मे रखकर विधायक उत्तरी जांगड़े के साथ साथ अन्य दावेदार अभी से परिक्रमा शुरू कर दिये है। वही सारंगढ़ विधानसभा सीट की बात किया जाये तो इस बाद कांग्रेस के टिकट के लिये श्रीमती उत्तरी जांगड़े के साथ नये चेहरे के रूप मे कांग्रेस नेता घनश्याम मनहर कड़ी चुनौती देगें। सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार सारंगढ़ विधानसभा सीट से पूर्व विधायक श्रीमती पद्मा मनहर इस बार दावेदारी नही कर रही है बल्कि अपने पति घनश्याम मनहर के लिये संपर्क कार्यक्रमो में जुट गई है। हालाकि इस मामले में अभी ना तो पद्मा मनहर खुलकर कुछ बता रही है और ना ही घनश्याम मनहर अपने पत्ते खोल रहे है किन्तु अजा आयोग के उपाध्यक्ष के संवैधानिक पद पर पदस्थ श्रीमती पद्मा मनहर भी चाहती है कि इस बार के चुनावी मैदान मे घनश्याम मनहर कांग्रेस की ओर से उतरे वही छत्तीसगढ़ बनने के बाद हुए 3 चुनाव में सभी में महिला उम्मीदवारो ने ही जीत दर्ज किया है। इस धारणा को तोड़ने के लिये कांग्रेस से टिकट की मांग करते हुए घनश्याम मनहर चुनावी मैदान में ताल ठोकने के लिये टिकट के गुणाभाग में अभी से लग गये है।
सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार माह भर से कांग्रेसी दिग्गज घनश्याम मनहर अपने संपर्को को टटोलने के काम में लग चुके है तथा मजबूत लाबिंग करने के लिये रणनिति बना चुके है। इस क्रम में सबसे पहले घनश्याम मनहर ने बरमकेला अंचल के अपने पुराने साथियो के साथ विचार विमर्श किया तथा उसके बाद कोसीर क्षेत्र और सारंगढ़ अंचल के दिग्गजो के साथ बैठक किया। वही वर्तमान विधायक श्रीमती उत्तरी जांगड़े से असंतुष्ट कई चेहरो से भी नजदीकिया बढ़ाकर अपनी राजनितिक चातुर्यता का परिचय दिया है। क्षेत्र मे महिला विधायको के अपेक्षा पुरूष नेता की पैरवी को अपने सर्मथको के माध्यम से कांग्रेस कार्यकर्ताओ के समक्ष रखने मे सफल साबित होते दिख रहे घनश्याम मनहर अभी अपने नाम के माहौल बनाने के लिये जुटे हुए है।
बहरहाल विधायक श्रीमती उत्तरी जांगड़े का गत विधानसभा चुनाव में 52 हजार मतो से विधानसभा का चुनाव जीतना तथा उनके कार्यकाल में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के द्वारा सारंगढ़-बिलाईगढ़ को जिला बनाना सहित कई बिन्दु है जिसमें क्रास कर वर्तमान विधायक का टिकट को ड्राप कराने के लिये घनश्याम मनहर को अभी कई पापड़ बेलना पड़ेगा। ऐेसे मे टिकट की दौड़ की प्रारंभिक सुगबुगाहट के तौर पर ही अभी दावेदारो की उम्मीदवारी को लिया जा रहा है। अब देखना है कि जुलाई अंत में कांग्रेस टिकट के लिये दिये जाने वाले आवेदन में घनश्याम मनहर ही मजबूती से अपना दावेदारी को रखते है या महिला शक्ति के नारो के कारण से फिर से पूर्व विधायक श्रीमती पद्मा मनहर को ही दावेदारी के लिये तैयार करते है। यह तो आने वाला वक्त ही बता पायेगा।