जिला- सारंगढ़ बिलाईगढ़

नया जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ में खनिज विभाग नही होने से बेलगाम हो गये खनन माफिया?
गुड़ेली-टिमरलगा-कटंगपाली-बोंदा में मनमानी अवैध खनन?

नया जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ में खनिज विभाग नही होने से बेलगाम हो गये खनन माफिया?
गुड़ेली-टिमरलगा-कटंगपाली-बोंदा में मनमानी अवैध खनन?
जमकर मनमानी किया जा रहा है सारंगढ़ में?
अवैध उगाही का केन्द्र बना खनन क्षेत्र?
सारंगढ़,
नवगठित जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला में 4 माह बाद भी खनिज विभाग के अधिकारी की स्वतंत्र पदस्थापना नही होने तथा खनिज अमला नही होने से खनन माफियाओ के बल्ले-बल्ले है। नये जिले में एक मात्र बड़ा व्यापार गौण खनिज का है तथा पुराना जिला रायगढ़ के उद्योगो मे लगभग 70 प्रतिशत से अधिक माल सारंगढ़ अंचल से जाता है। ऐसे मे अभी भी खनिज अमला तैनात नही होने से खनन माफिया फूलफार्म में है तथा जमकर मनमानी कर रहे है।
1 सितंबर को सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला अस्तित्व मे आ गया और यहा पर नये जिले के अधिकारियो की पदस्थापना शुरू हो गई। किन्तु सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले का मुख्य व्यवसाय गौण खनिज को नियंत्रित करने वाला विभाग खनिज विभाग के अमले की अभी तक स्थापना सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले मे नही हुई है। खनिज विभाग के प्रभारी अधिकारी के रूप मे रायगढ़ के उपसंचालक खनिज योगेन्द्र सिंह को प्रभार सौप दिया गया है किन्तु रायगढ़ में खनिज विभाग के कार्यालय मे ईडी की छापामार कार्यवाही तथा खनिज भंडार का विशाल जिला होने के कारण से रायगढ़ के खनिज अमला को अपने पुराने जिले से फुर्सत नही है ऐसे मे नया जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला को वे ध्यान बिल्कुल भी नही दे रहे है। बताया जा रहा है कि नये जिले मे खनिज विभाग के बेलगाम प्रशासन के कारण से खनन माफिया के बल्ले-बल्ले हो गया है तथा अवैध उत्खनन और नियमो के विरूद्ध उत्खनन आम बात हो गया है। वही सरकारी भूमि को अवैध खदान बनाया जाना तथा अवैध बारूद से खनन करने के साथ साथ बिना रायल्टी के खनिज संपदा का परिवहन और ओव्हरलोड़ वाहनो को रेलमपेल के साथ साथ नियम विरूद्ध क्रेशरो का संचालन जैसे सैकड़ो शिकायते नये जिले सारंगढ़-बिलाईगढ़ में छनकर सामने आ रही है। वही खनिज विभाग के सुस्त रवैये से नियमो की पाठशाला लगाकर अवैध उगाही करने वालो के मजे हो गये है। कई चेहरे यहा पर खनिज विभाग के गुर्गे बनकर अवैध कार्यो को वैध बनाने मे लग गये है तथा खनिज अमले के रूप मे यहा पर पदस्थ बैरियर प्रभारी तथा होमगार्ड यहा खनिज अधिकारी के रोल मे आ गये है। कुल मिलाकर अभी खनिज अमला की पदस्थाना नही होने से खनन माफिया बेलगाम हो गये है।
गौण खनिज संपदा का खनन जिले का बड़ा व्यापार?
सारंगढ़ और बरमकेला अंचल में नये जिले का सबसे बड़ा व्यापार गौण खनिज का खनन है। लगभग 100 से अधिक क्रेशर तथा डोलोमाईट पत्थर का खदान नये जिले मे स्थित है। यहा पर गौण खनिज का उत्खनन तथा प्रोडक्शन तथा आपूर्ति का बड़ा चैन बना हुआ है। सारंगढ़-बरमकेला अंचल से लगभग 70 प्रतिशत से अधिक गौण खनिज की आपूर्ति रायगढ़ अंचल के उद्योगो मे होती है तथा झारसुगड़ा में भी माल की आपूर्ति जारी है। ऐसे मे इस नये जिले में सबसे बड़ा व्यवसाय गौण खनिज का उत्खनन को यदि सही लाईन और नियमो के परिभाषा मे लाया जाये नवीन जिले मे बड़ा राजस्व इस खनिज उत्खनन के कार्य से ही मिलने लगेगा। किन्तु नये जिला बने अभी महज 4 माह हुआ है और खनिज विभाग के अमले का पदस्थाना ही नही हुआ है इसका फायदा उत्खनन माफिया जमकर उठा रहे है।
टिमरलगा-गुड़ेली-कटंगपाली-बोंदा बड़ा सेंटर?
नया जिला सारंगढ़-बिलाईगढ़ में टिमरलगा-गुड़ेली-कटंगपाली और बोंदा मे गौण खनिज का खदाने स्थित है। हालांकि इन खदानो से निकलने वाली चूना पत्थर का प्रोडक्शन करने वाली क्रेशर यूनिट लगभग 100 से अधिक है लेकिन 90 प्रतिशत से अधिक क्रेशर संचालक पुराने जिला मुख्यालय रायगढ़ के निवासी है। ऐसे मे खदान और अवैध उत्खनन के बाद रायल्टी चोरी और ओव्हरलोड़ वाहन परिवहन जैसी गंभीर समस्या में भी तगड़ा मुनाफा क्रेशर संचालक बना रहे है। ऐसे में नियमो के दायरे में सभी को लाने के लिये जल्द से जल्द यहा पर खनिज विभाग का अमला को पदस्थ करने की आवश्यकता है।
अवैध उगाही का केन्द्र बना गया गौण खनिज क्षेत्र?
सारंगढ़ अंचल सहित बरमकेला में भी खनिज विभाग की लचर कार्यप्रणाली के कारण से गौण खनिज के उत्खनन और प्रोडक्शन के साथ साथ आपूर्तिकर्ता नियमो की अनदेखी कर रहे है तथा जमकर मुनाफा वसूली करने के लिये मनमानी करने पर उतारू हो गये है। टिमरलगा बैरियर में पदस्थ कर्मचारी और अवैध कार्यो में उगाही करने वाले गिरोह बहते पानी मे हाथ धोने को उतारू हो गये है और शिकायत करने की धमकी देकर अवैध उगाही करने मे लग गये है। ऐसे सभी समस्याओ के समाधान के लिये जल्द ही सारंगढ़ जिले मे खनिज विभाग के अधिकारी से लेकर कर्मचारी तक की सेटअप की स्थापना होना बहुत आवश्यक है। नये जिले मे नये अधिकारी के आने से खनन माफियाओ पर भी लगाम लगेगा और अवैध कार्यो के आड़ मे अवैध उगाही करने वालो का धंधा पानी चौपट हो जायेगा।

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