
बदहाल व्यवस्था के कारण से फिर से सकरी हो गई सारंगढ़ की सड़के?
जिला शुभारंभ के बाद सप्ताहभर तक चौड़ी थी सड़क,
दुकानदारो का सामान फिर से सड़क पर,
फल वालो का ठेला वापस सड़क पर,
पुराने ढ़र्रे पर आ गया सारंगढ़ शहर की बदहाल व्यवस्था
सारंगढ़,
नये जिला बनने के बाद सारंगढ़ में उम्मीद लगा था कि जिला प्रशासन की चुस्ती से हर क्षेत्र में कसावट देखने को मिलेगा किन्तु जिला शुभारंभ के समय जो चुस्ती और कसावट सारंगढ़ शहर मे देखने को मिली थी वह अब फिर से पुराने ढर्रे पर वापस आ गया। सड़को से गायब रहा फल वाले और फेरी वालो के ठेले और चुस्त वाहन पार्किग की व्यवस्था फिर से वापस अपने स्थान पर आ गई और शहर में फिर से चौड़ी सड़क सकरी सड़क का स्वरूप धारण कर लिया। शहर के भीतर कभी भी कही पर भी भारी वाहनो का प्रवेश बिना रोकटोक के हो रहा है। कुल मिलाकर चुस्त व्यवस्था और कसावट चार दिन की चांदनी साबित हुई।
1 सितंबर को जब सारंगढ़-बिलाईगढ़ नवीन जिला घोषित हुआ और 3 सितंबर को जब मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जिला का शुभारंभ किया उस समय लगभग पखवाड़ा भर तक सारंगढ़ की यातायात व्यवस्था की तारीफ हर स्थान पर हो रही थी चौड़ी सड़क देखने को मिल रही थी दुकानो मे आने वाला ग्राहको की गाड़ी रेलमपेल नही लगकर बिल्कुल सही स्थान पर लग रही थी और सड़को पर फल वाले और खोमचे वाले किनारे की ओर अपना व्यवसाय संचालित कर रहे थे। साथ ही सड़क पर व्यापारियो के सामान बहुत की कम निकल रहा था। साफ-सफाई व्यवस्थित था। वही स्टेट बैंक के पास पार्किग की स्थिति भी काफी नियंत्रित थी किन्तु अब सब कुछ फिर वही पुराने ढ़र्रे पर आ गया है। कही पर भी मुख्य मार्ग पर भारी वाहनो को लोड़-अनलोड़ होते देखे जा सकते है। दुकानदारो का सामान काफी मात्रा मे सड़क पर फैला हुआ दिख जायेगा वही दुकानो मे आने वाले ग्राहको के वाहन मनमाने ढंग से पार्किग किये जा रहे है। इनको कोई रोकने या टोकने वाला नही है जिसके कारण से सारंगढ़ मे यातायात व्यवस्था का फिर से कचूमर निकल गया है। चौड़ी दिखने वाला गौरव पथ में फिर से स्थिति पुरानी वाली आ गई है। सड़क का अधिकांश भाग वाहनो की पार्किग या दुकानदारो के सामानो से भरे पड़े है ऐसे मे ट्रेफिक का दबाव ज्यादा हो रहा है। वही एसबीआई बैंक के पास तो अब स्थिति और भी खराब हो गई है। यहा पर नेशनल हाईवे पर सड़क के ऊपर पार्किग किया जा रहा है। वही सड़को पर भारी वाहनो को भी पार्किग के रूप खड़े कर दिये जा रहे है। इन सभी के कारण से सारंगढ़ की यातायात व्यवस्था चरमरा गई है। भारतमाता चौक के किनारे मे खड़े होने वाले मालवाहन वाहनो की कतारे फिर से वापस आ गई है। जिसके कारण से चौक सकरी स्थिति मे आ गई है। वही फल ठेले और अन्य खोमचे वाले जो कि सड़क के किनारे खाली स्थान पर अंदर की ओर दबकर खड़े थे फिर से वो सामने साईड आ गये है। पुलिस विभाग सारंगढ़ और नगर पालिका के द्वारा यातायात की इस बदहाल व्यवस्था को सुधारने के लिये कोई कार्यवाही नही किया जा रहा है किसी भी प्रकार की चालानी कार्यवाही तक नही किया जा रहा है। रायगढ़ रोड़ में महीनो से कई भारी वाहन नेशनल हाईवे सड़क के किनारे पर पार्किग किये हुए खड़े होकर यातायात व्यवस्था का कचूमर निकालने मे अपना योगदान दे रहे है किन्तु पुलिस कार्यवाही नही होने से ऐसे वाहनो के स्वामियो को आनंद आ रहा है।
भारी वाहनो का नही है कोई समय-सीमा?
सारंगढ़ शहर के भीतर भारी वाहनो के प्रवेश का कोई भी समय-सीमा निर्धारित नही है। सुबह से लेकर शाम तक किसी भी समय में शहर के भीतर की सड़को पर भारी वाहन लोड़-अनलोड़ होते देखे जा सकते है। सबसे ज्यादा यातायात व्यवस्था को बदहाल करने वाले पिकअप पर भी प्रशासन का कोई नियंत्रण नही है। सकरी गलियो और सड़को पर भी पिकअप माल लोड़ करने या माल खाली करने के लिये किसी भी समय सड़क पर यातायात बाधित करने मे तुले रहते है। वही व्यावसायिक स्थलो पर पार्किग का अभाव साफ नजर आ रहा है। एसबीआई बैँक के लिये नेशनल हाईवे पर पार्किग होने से यहा पर हर दिन जाम की स्थिति का सामना करना पड़ता है। कुल मिलाकर जिला शुभारंभ होने के बाद जो यातायात की मजबूत स्थिति बनी थी वह फ