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ऑपरेशन के दौरान एक प्रसूता महिला का नग्न वीडियो व्हाट्सएप ग्रुप में किया गया वायरल, पति की शिकायत पर पुलिस ने दर्ज की FIR…

ऑपरेशन के दौरान एक प्रसूता महिला का नग्न वीडियो व्हाट्सएप ग्रुप में किया गया वायरल, पति की शिकायत पर पुलिस ने दर्ज की FIR...

ऑपरेशन के दौरान एक प्रसूता महिला का नग्न वीडियो व्हाट्सएप ग्रुप में किया गया वायरल, पति की शिकायत पर पुलिस ने दर्ज की FIR…

गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही। जिला अस्पताल में ऑपरेशन के दौरान एक प्रसूता महिला का नग्न वीडियो व्हाट्सएप ग्रुप पर वायरल होने से स्वास्थ्य विभाग और अस्पताल प्रबंधन में हड़कंप मच गया है। वायरल वीडियो के बाद अस्पताल प्रशासन ने मामले को गंभीरता से लेते हुए जांच की घोषणा की और वीडियो बनाने वाले के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने का आश्वासन दिया है। वहीं महिला के पति ने गौरेला थाने में FIR दर्ज कराई है।

अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ओम चंदेल ने बताया कि मरवाही निवासी शेख सलीम नामक किसी व्यक्ति ने इस वीडियो को व्हाट्सएप ग्रुप में शेयर किया था। शिकायत के आधार पर पुलिस ने वीडियो बनाने वाले और वायरल करने वाले के खिलाफ IT एक्ट की धारा 66, 67A और BNS की धारा 79 के तहत मामला दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि जांच के बाद ही स्पष्ट होगा कि वीडियो बनाने और वायरल करने में कौन जिम्मेदार है। जांच पूरी होने के बाद दोषी पाए जाने पर आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

दोषियों के खिलाफ की जाएगी कड़ी कार्रवाई – सिविल सर्जन

जिला अस्पताल के सिविल सर्जन डॉ. देवेन्द्र पैकरा ने कहा कि मामला संज्ञान में आते ही पूरी बारीकी से जांच शुरू कर दी गई है। वीडियो में एक डिजिटल घड़ी और दिनांक स्पष्ट दिखाई दे रहे हैं। इस आधार पर उस दिन ऑपरेशन थियेटर में मौजूद सभी डॉक्टर और स्टाफ के बयान दर्ज किए जा रहे हैं।

उन्होंने कहा कि ऑपरेशन थियेटर में बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश प्रतिबंधित है, इसलिए वीडियो किसी बाहरी व्यक्ति द्वारा नहीं बनाया गया होगा। सिविल सर्जन ने कहा, “बिना अनुमति के वीडियो बनाना और वायरल करना गंभीर अपराध की श्रेणी में आता है। जांच पूरी होने के बाद दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।”

ऑपरेशन थियेटर में वीडियो बनाने की नहीं होती अनुमति

विशेषज्ञों के अनुसार, ऑपरेशन थियेटर में किसी भी व्यक्ति का वीडियो बनाना और उसे सोशल मीडिया पर साझा करना न केवल गंभीर अपराध है, बल्कि यह रोगी की निजता और मानवाधिकारों का उल्लंघन भी है। इस मामले में वीडियो बनाने वाला अस्पताल का ही कोई कर्मचारी प्रतीत हो रहा है, क्योंकि थियेटर में बाहरी व्यक्ति का प्रवेश वर्जित रहता है।

गौरतलब है कि इस शर्मनाक घटना ने अस्पताल सुरक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं पर सवाल खड़े कर दिए हैं। लोग सोशल मीडिया पर मामले की निंदा कर रहे हैं और दोषियों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग कर रहे हैं।

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