
आंधी-तूफान की वजह से पेड़ गिरने से एक आदिवासी की मौत
सुकमा। आंधी-तूफान की वजह से पेड़ गिरने से एक आदिवासी की मौत हो गई, जिसके शव को पोस्टमार्टम के लिए सड़क नहीं होने की वजह से चारपाई पर लादकर ग्रामीणों को चलना पड़ा. नक्सलियों की वजह से आज भी बस्तर मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहा है, जिसका खामियाजा मूल निवासियों को ही उठाना पड़ रहा है.
. गांव तक गाड़ी के आने-जाने के लिए सड़क नहीं होने की वजह से पोस्टमार्टम के लिए ग्रामीण उसका शव चारपाई पर रखकर कंधे में लादे हुए पांच किलोमीटर की दूरी तय कर तिम्मापुरम पहुंचे, जहां से CRPF 223वीं बटालियन की मदद से ट्रेक्टर के जरिए पोस्टमार्टम के लिए शव को चिंतलनार लाया गया.