
सारंगढ़ के बोहराबहाल धान खरीदी केन्द्र में डेढ़ करोड़ का धान “गायब”? फर्जीवाड़ा को छिपाने 5 हजार क्विंटल धान का काटा गया डीओ!
जबकि खरीदी केन्द्र में महज 500 कट्टा धान बाकि,
राईस मिलर्स को उठाना है 12750 कट्टा धान,
5 हजार क्विंटल धान का उठाने का आदेश,
सूरज फूड्स, आकांक्षा राईस मिल और मनोज अग्रवाल के नाम से काटा गया है डीओ,
जहा एफआईआर होना है वहा पर मामला रफा-दफा करने का प्रयास
कलेक्टर को अंधेरे मे रख रहे है खाद्ध विभाग के अधिकारी?
करोड़ो का वारा-न्यारा हो गया सारंगढ़ में धान खरीदी उत्सव में?
सारंगढ़ टाईम्स न्यूज/सारंगढ़,
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले के कनकबीरा सेवा सहकारी समिति के अर्न्तगत आने वाला बोहराबहाल धान खरीदी केन्द्र में बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आया है। यहा पर लगभग 5 हजार क्विंटल धान गायब है। डेढ़ करोड़ रूपये मूल्य के इस धान को शून्य बताने के लिये तीन राईस मिलर्स को लगभग 5100 क्विंटल का धान उठाने का डीओ 5 अप्रैल को जारी किया गया है। वही मौके स्थल यानि फड़ में आज के तारीख मे महज 500 कट्टा ही धान है। ऐसे मे बड़े स्तर पर किया गया इस फर्जीवाड़ा को रफा-दफा करने के लिये बड़ा प्लानिंग के साथ षड़यंत्र खाद्ध विभाग के संरक्षण में किया गया है तथा आकांक्षा राईस मिल, सूरज फूड्स और मेसर्स मनोज अग्रवाल के नाम पर डीओ जारी कर कागज मे ही धान उठाने का आदेश दिया गया है। कलेक्टर को अंधेरे मे रखकर बड़े स्तर पर खेला यहा पर किया जा रहा है।
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला में धान खरीदी का मामला धान माफियाओ के लिये किसी उत्सव से कम नही था। अब तक चार एफआईआर हो चुके है और धान उठाव होने के बाद कई समितियो में धान की कमी सामने आ रही है। ऐसे ही एक मामला कनकबीरा सेवा सहकारी समिति पंजीयन क्रमांक 249 के धान खरीदी केन्द्र बोहराबहाल मे सामने आया है जहा पर आज की तिथि में धान की मात्रा महज 500 कट्टा है किन्तु यहा पर धान उठाने के लिये 5 अप्रैल की तिथि में 5100 क्विंटल धान का डीओ काटा गया है। सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार इस धान खरीदी केन्द्र में धान उठाव के अंतिम समय में किया गया गणना मे लगभग 5 हजार क्विंटल धान की कमी सामने आ रही है। इसके कारण से इस धान खरीदी समिति के प्रबंधक, प्राधिकृत अधिकारी तथा फड़ प्रभारी सहित कई बड़े चेहरो के नाम पर फर्जीवाड़ा कर शासकीय राशी गबन करने के कारण से एफआईआर होने की संभावना बलवती हो गई है इसी फर्जीवाड़ा मे पर्दा डालने के लिये कुछ सरकारी अधिकारियो के संरक्षण में बड़ा खेल खेलने की तैयारी कर लिया गया और 5 अप्रैल को तीन राईस मिलर्स को इस धान खरीदी केन्द्र बोहराबहाल से लगभग 5100 क्विंटल धान यानि 12750 कट्टा धान का उठाव करने को आदेश दे दिया गया।
सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार खाद्ध विभाग के एक बड़े अधिकारी के संरक्षण में यह तय हुआ कि संबंधत राईस मिलर्स के द्वारा कागजो पर ही धान का उठाना दर्शाना है तथा मिलान को शून्य घोषित करना है बदले मे राईस मिलर्स को डलवा फसल लेने के लिये धान खरीदी केन्द्र के बड़े चेहरे उतना राशी प्रदान करेगें। इससे राईस मिलर्स भी धान खरीद कर कस्टम मिलिंग में चावल की आपूर्ति कर लेगें और बोहराबहाल में किया गया फर्जीवाड़ा भी शून्य घोषित हो जायेगा और एफआईआर तथा शासकीय राशी की गबन के आरोपो से भी समिति के सदस्यगण बच जायेगें। इस सुपरहिट प्लान में चूक सिर्फ यही हुई कि बोहराबहाल धान खरीदी केन्द्र में धान की मात्रा ना के बराबर है। आज 6 अप्रैल को जब बोहराबहाल के धान खरीदी केन्द्र का निरीक्षण कर फोटो विड़ियो खरीदी केन्द्र का बनाया गया तो वहा पर महज दो स्टेक में 500 कट्टा ही धान बाकि मिला। मौके पर उपस्थित कर्मचारियो से जानकारी लेने पर बताया कि बोहराबहाल धान खरीदी का धान को खरीदी करके यही पर रखा जाता है। अन्य कही और स्थान पर नही रखा जाता है। ऐसे में 500 कट्टा धान को कैसे राईस मिलर्स उठायेगें और शासन को यह बतायेगे कि उनके द्वारा 12750 कट्टा धान का उठाया गया है? कौन से जीपीएस लगा वाहन से यहा पर बचत धान को उठाया जायेगा? और कौन सरकारी अधिकारी-विभाग इस फर्जीवाड़ा को संरक्षण देगा? यह देखना दिलचस्प होगा। सूरज फूड्स, आकांक्षा राईस मिल और मनोज अग्रवाल के नाम से जारी हुआ डीओ, बताया जा रहा है कि 5 अप्रैल को कुल 20 डीओ काटा गया और विभिन्न धान खरीदी केन्द्रो में बचत धान को उठाने के लिये 6800 क्विंटल धान को उठाने का निर्देश दिया गया। इसमें धान खरीदी केन्द्र बोहरा बहाल के लिये सर्वाधिक 5100 क्विंटल धान की मात्रा है। वही धान खरीदी केन्द्र कपरतुंगा सारंगढ़ में 180 क्विंटल, बरमकेला के करनपाली धान खरीदी केन्द्र में 180 क्विंटल, बिलाईगढ़ के धनसीर धान खरीदी केन्द्र में 280 क्विंटल धान, बरमकेला के लोधिया में 350 क्विंटल धान, सरसीवां धान खरीदी केंन्द्र में 280 क्विंटल और सलिहा धान खरीदी केन्द्र में 280 क्विंटल धान उठाने के लिये डीओ काटा गया है।
इसमें सर्वाधिक धान उठाने का डीओ सूरज फूड्स के नाम पर काटा गया है। वही अन्य राईस मिलर्स में आकांक्षा राईस मिल, मेसर्स मनोज अग्रवाल, सिद्धी विनायक राईस मिल, आरके राईस मिल शामिल है। बोहराबहाल में 5100 क्विंटल धान को उठाने के डीओ मे आकांक्षा राईस मिल को 1050 क्विंटल धान का डीओ काटा गया है। वही मेसर्स मनोज अग्रवाल को 350 क्विंटल धान का डीओ और शेष 3700 क्विंटल धान का डीओ सूरज फूड्स को दिया गया है। बोहराबहाल खरीदी केन्द्र में महज 500 कट्टा धान बाकि! कनकबीरा सेवा सहकारी समिति के धान खरीदी केन्द्र बोहराबहाल में आज अवलोकन करने पर ज्ञात हुआ कि यहा पर सिर्फ 500 कट्टा की धान बाकि है। पूरे फड़ मे दो स्टेक में 500 बोरी से अधिक धान नही है। ऐसे मे सवाल यही उठ रहा है कि फर्जीवाड़ा और गबन को छुपाने के लिये डीओ का बड़ा खेल खेला जा रहा है। जिसमे खाद्ध विभाग के बड़े अधिकारी की संलिप्तता सामने आ रही है। कलेक्टर को अंधेरे मे रख रहे है खाद्ध विभाग के अधिकारी? सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार इस धान खरीदी केन्द्र मे धान का मिलान करने पर 5 हजार क्विंटल धान बाकि बता रहा है और वास्तविक में महज 200 क्विंटल भी धान मौके पर नही है। ऐसे मे जहा पर फर्जीवाड़ा में एफआईआर होना है वहा पर डीओ काटकर मामले को रफा-दफा करने का प्रयास किया गया है। सूत्र बताते है कि कलेक्टर को अंधेरे में रखकर बोहराबहाल के जिम्मेदारो को बचाने के लिये बड़ा खेल यहा पर खेला जा रहा है। अब देखना है कि भौतिक सत्यापन कर एफआईआर दर्ज कराया जाता है या दोषियो को बचाने मे माफिया सफल हो जायेगा?