छत्तीसगढ़ लोकसभा में बीजेपी 54 विधानसभा में से 13
सीटें हारी, कड़ी समीक्षा के संकेत, आज लोकसभा
प्रभारियों और विधायकों की बैठक
चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक में नतीजों पर संगठन ने कहा- कांग्रेस का वोट प्रतिशत नहीं घटा, और जहां हारे हैं या विधानसभा की बढ़त घटी है, वहाँ विधायक चिंतन करें।
रायपुर 7 जून 2024 | प्रदेश बीजेपी कार्यालय में लोकसभा
चुनाव में दस सीटें जीतने को लेकर खुशी जाहिर की गई है, लेकिन विधानसभा की जिन सीटों पर लोकसभा में हार हुई या कि पिछड़ गए उन्हें लेकर संगठन ने उस क्षेत्र के विधायकों का बग़ैर नाम लिए कहा है -“वे चिंतन करें। “
जेपी संगठन गंभीर चुनाव प्रबंधन समिति की बैठक में यह विषय आया कि, पाँच महीने पहले विधानसभा चुनाव हुए। प्रदेश में बीजेपी 53 सीटें जीत गई। पाँच महीने बाद लोकसभा चुनाव हुए और तब बीजेपी 54 सीटों में से 13 सीधे हार गई और क़रीब दस सीटें ऐसी हैं जहां विधानसभा में मिली बढ़त ही नहीं बच पाई। इन नतीजों के साथ यह विषय भी आया कि, जो कांग्रेस लोकसभा चुनाव के दौरान प्रचार प्रसार में दिख नहीं रही थी, लोकसभा के नतीजों से स्पष्ट हुआ है कि, कांग्रेस के वोट प्रतिशत में कोई बदलाव नहीं हुआ है। चुनाव प्रबंधन समिती
की बैठक में इसलिए ही अपेक्षितों से मंच ने कहा -” केवल पाँच
महीने में, जिन जगहों पर हार हुई और जहां पिछड़ गए हैं वहाँ
संबंधित विधायक चिंतन करें। “
आज 11 बजे से लगातार बैठक
कुशाभाऊ ठाकरे परिसर में सात जून को लोकसभा के नतीजों को लेकर बीजेपी गंभीर मंथन करेगी। बैठक के एक चरण में
ज़िलाध्यक्ष, कलस्टर प्रभारी, सह प्रभारी प्रभारी, लोकसभा संयोजक।सह संयोजक शामिल होंगे, तो दूसरे चरण में संगठन विधायकों की बैठक लेकर समीक्षा करेगा। 13 पर हारे लेकिन 14 कांग्रेसी सीट पर जीते भी प्रदेश की 11 में से दस सीटें बीजेपी के खाते में आई हैं। 2019 के मुक़ाबले बीजेपी को एक सीट का फ़ायदा हुआ है। बीजेपी को करीब 14 उन विधानसभा सीटों पर बढ़त मिली है जो कांग्रेस के क़ब्जे में है। लेकिन इस इंद्रधनुषी नज़ारे के साथ ही बीजेपी के क़ब्जे वाली कुल करीब 23 सीटों पर छाया अंधेरा भी है। बीजेपी का चिंतन मनन इस ओर है। अब यह चिंतन मनन किसे वास्तविक कारण मान कर उनतक पहुँचता है और निदान के लिए क्या करताहै, यह आने वाला समय बताएगा।