गरीबों के हक का पुरा आता है पैसा- डॉ. दिनेश लाल
एमबीबीएस, एमडी शिशु रोग विशेषज्ञ, प्रदेश भाजपा विशेष आमंत्रित सदस्य एवं सह प्रभारी जगदलपुर अजा मोर्चा डॉ. दिनेश लाल जांगड़े ने आज प्रेस के माध्यम से कहा कि आज केंद्र में नरेंद्र मोदी जी की वह सरकार है, जिनके राज में अब अगर दिल्ली से गरीबों के लिए सौ रुपए भेजा जाता है तो पूरा पहुंचता है, पिछली सरकार की तरह एक रुपए
का 15 पैसा नहीं मिलता है।
केंद्र की हमारी सरकार ने हर वर्ग का विकास करने का काम किया है। केंद्र सरकार ने अमृत महोत्सव मनाया है और अब देश की जनता के लिए अमृतकाल भी प्रारंभ हो गया है। डॉ. दिनेश ने कहा कि 2014 के पहले देश में स्थिति बहुत खराब थी। किसी को समझ नहीं आ रहा था, देश का क्या होगा। ऐसे समय में देश की जनता ने नरेंद्र मोदी जी पर भरोसा जताया और उनको देश की कमान सौंपी गई। मोदी जी देश की जनता की उम्मीदों पर खरे उतर रहे हैं। आज देश के साथ ही भारत की साख विदेशों में भी बढ़ी है। डॉ. दिनेश ने कहा कि केंद्र सरकार ने गरीबों के कष्ट को अनुभव कर उनकी समुचित चिकित्सा के इंतजाम किए। बीमारी और इलाज से होने वाली समस्याओं और उनके आर्थिक परिणामों से गरीब अब भयमुक्त हैं। सेनेटरी पैड, सस्ती दर पर जीवनरक्षक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करके केंद्र सरकार ने आयुष्मान कार्ड के जरिए 5 लाख रुपए तक के इलाज को निशुल्क किया। केंद्र सरकार द्वारा शिक्षा का बजट तीन गुना बढ़ाना और एक सुविचारित राष्ट्रीय शिक्षा नीति का पाठ्यक्रम लाना इस सरकार की शिक्षित समाज-रचना की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। मेक इन इंडिया की एक नई परिभाषा गढ़ते हुए भारतीय इंजीनियरों ने दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे ब्रिज बना दिया। नौ वर्ष के कार्यकाल में मोदी सरकार ने हवाई यात्रा की सुविधाओं का विस्तार किया। 2014 तक प्रतिदिन 12 किमी. की रफ्तार से बन रहे हाईवे अब प्रतिदिन 40 किमी. की रफ्तार से बन रहे हैं। इसी तरह प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना की सड़कें इन नौ वर्षों में दुगुनी बनी हैं। भारत वर्तमान में दुनिया में पांचवां सबसे बड़ा मेट्रो नेटवर्क है और जल्द ही यह जापान व दक्षिण कोरिया को पीछे छोड़ देगा। इनके अलावा भी विगत 9 वर्षों के कार्यकाल में अनगिनत ऐसे कार्य हुए हैं जो आम जनता को लाभ पहुचाने वाले हैं और यही वो वजह भी हैं जिनके कारण कांग्रेस के पेट में लगातार दर्द रहता है। उक्त बातें प्रेस के माध्यम से डॉ. दिनेश लाल के द्वारा कही गई।