झीरम घाटी के मामले में सिर्फ राजनिति करती है कांग्रेस- भारत भुषण जोल्हे
पुर्व जनपद अघ्यक्ष, अधिवक्ता संघ के पुर्व अध्यक्ष एवं भाजपा विधि प्रकोष्ठ के जिला संयोजक, मिलसार भाजपा नेता भारत भुषण जोल्हे ने आज प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा कि झीरम घाटी कांड को 10 साल पूरे हो गए हैं। हमेशा से कांग्रेसी कोसते रहे कि न्याय नहीं मिल रहा है। झीरमकांड की घटना नक्सलियों द्वारा भारतीय लोकतंत्र के ढांचे को तोड़ने का प्रयास रहा है। एक शोध पीठ के द्वारा सर्वे से जानकारी छनकर आयी है कि वहां जाने पर, आपको पता चलेगा कि जिस थाने में घटना हुई, वहीं वे महिला और पुरुष आरक्षक के पद पर तैनात हैं, जिन्होंने दिवंगत नेताओं पर ऊपर गोली चलाई थी। ऐसा लगा रहा है कि गोली चलाने का उन्हें ईनाम मिला हो। क्या आपको नही लगता कि हमारा सिस्टम हार रहा है। क्रूर अपराधियों को आत्मसमर्पण पर नौकरी और पैसा क्यों दिया जाता है। न्याय की आग हमारे अंदर होनी चाहिए। ये न्याय हमें नहीं मिलेगा, पर ये सब हम अपनी अगली पीढ़ी के लिए कर रहे हैं, इसलिए न्याय की आग जलती रहनी चाहिए। आंतरिक सुरक्षा के मुद्दे को हल करने के लिए राजनीति से ऊपर उठकर कार्य करने की आवश्यकता है। खराब काम करने वाले को आत्मसमर्पण पर नौकरी व पैसे दिए जा रहे हैं, लेकिन उसमें भी नियम होना चाहिए। ये नहीं कि जो क्रूर अपराधी हैं, उन्हें ये फायदा मिले। जिस परिवार का एक व्यक्ति गया है, उस पर क्या बीतता है, वहीं जान सकता है। जिस परिवार का व्यक्ति गया, वह परिवार बिखर गया। जो भी नेता उस घटना में शहीद हुए वह किसी भी दल से बढकर छत्तीसगढ़ महतारी के लाल थे। किसी परिवार के चिराग थे। ऐसे में जो लोग कहते थे कि उनके जेब में सबुत हैं, तो ऐसे लोगों को अब आगे आकर सबुत बताना चाहिए और दोषियों पर कडी कार्यवाही करनी चाहिए। इस तरह सिर्फ दोषारोपण कर राजनिति चमकाने से कुछ नही होगा। उक्त बातंे भाजपा के अनुभवी और सक्रिय नेता भारत भुषण जोल्हे के द्वारा प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से कही गई।