
सारंगढ़ में रातभर हुई बारिश से मुड़ा तालाब लबालब, घोघरा नाला उफान पर, चुरेला
नाला में दो फीट भरा पानी!
सारंगढ़ में बाढ़ जैसे हालत, मुड़ा तालाब के पार पर ओव्हर फ्लो पानी निकासी,
झरियापारा, साहनी मोहल्ला सहित कई वार्ड में बाढ़ का खतरा मंड़राया,
जंगल मे हुई बारिश से घोघरा नाला 3 फीट ऊपर,
सारंगढ़-बिलासपुर रोड़ में चुरेला नाला मे पानी आया पुल ऊपर
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला में अब तक 532 मिमी बारिश
सारंगढ़ टाईम्स न्यूज/सारंगढ़,
सारंगढ़ में हुई रात में झमाझम बारिश से शहर अंचल पानी से तरबतर हो गया है। सारंगढ़ के प्रसिद्ध मुड़ा तालाब में पानी ओव्हरफ़्लो हो रहा है वही तालाब का पार का टूटने का खतरा फिर मंड़रा रहा है। वही बिलासपुर रोड़ मे चुरेला गांव के पास का पुल में नाला का पानी आने से आवागमन बाधित हो गया था। वही शहर के बीच से गुजरने वाली घोघरा नाला उफान पर चल रही थी। अब तक सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला में 532 मिमी बारिश हो चुकी है जिससे किसानो के चेहरे खिले हुए है।
सारंगढ़ में बीती रात को झमाझम बारिश हुई जिसका असर आज सुबह देखने को
मिला जब सारंगढ़ का प्रसिद्ध मुड़ा तालाब जो कि 125 एकड़ मे फैला हुआ है वह लबालब हो गया। इस तालाब का एक छोर का पार दो साल पहले बह गया था ऐसी स्थिति इस बार भी बन रही है। कैटिच ऐरिया से लगातार पानी की आवक होने से मुड़ा तालाब के पार के बहने का डर बना हुआ है ऐसे मे ऐतिहातन प्रशासन ने झरिया पारा, साहनी मोहल्ला सहित गौरवपथ के रहवासियो को एलर्ट रहने का निर्देश जारी कर दिया है। यदि आज रात को बारिश का दौर जारी रहा तो मुड़ा तालाब का पार का बहना तय दिख रहा है जिसको लेकर प्रशासन भी चितिंत दिख रहा है। वही रात को हुई बंपर बारिश से सारंगढ़ का प्रसिद्ध घोघरा नाला जो कि शहर के बीच से होकर गुजरता है वह पुल से लगभग 2 फीट ऊपर बह रहा था। अलसुबह से ही घोघरा नाला का पानी बाढ़ का अहसास दिलाकर रौद्र रूप अपनाया हुआ था।
घोघरा नाला के इस मनमोहक रूप को देखने के लिये काफी संख्या मे शहरवासी मां काली मंदिर के दरबार के पास पहुंच रहे थे। वही सारंगढ़ अंचल में रात भर हुई बंपर बारिश से छोटे नालो मे पानी उफान पर आ गया है। जिसके कारण से सारंगढ़-बिलासपुर मार्ग लगभग बंद होने के कागार पर आ गया था। चुरेला गांव के पास बहने वाली नाला का पानी पुल के ऊपर से गुजर रहा था जिसके कारण से छोटे वाहनो को पार करने मे परेशानी का सामना करना पड़ रहा था। वही घोघरा नाला के उफान के कारण से रायपुर रोड़ के पास अमेठी मोड़ वाली छोटी पुल के सामानान्तर पानी बह रहा था।
दिनभर पानी नही गिरने के कारण से सारंगढ़ मे बाढ़ की स्थिति पूर्ण रूप से नियंत्रित है किन्तु आने वाले एक-दो दिन मे मूसलाधार बारिश की आशंका से सारंगढ़ अंचल मे बाढ़ की स्थिति निर्मित होने की संभावना जानकार जता रहे है।
सारंगढ़ मे अब तक 532 मिमी बारिश
छत्तीसगढ़ में 1 जून से अब तक 537.1 मि.मी. औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है। राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा स्थापित राज्य स्तरीय बाढ़ नियंत्रण कक्ष से प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रदेश में अब तक बलरामपुर जिले में सर्वाधिक 836.5 मि.मी. वर्षा रिकार्ड की गई है। बेमेतरा जिले में सबसे कम 280.5 मि.मी. वर्षा दर्ज हुई है। रायपुर संभाग में रायपुर जिले में 480.5 मि.मी., बलौदाबाजार में 481.9 मि.मी., गरियाबंद में 412.9 मि.मी., महासमुंद में 439.3 मि.मी. और धमतरी में 417.8 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है। बिलासपुर संभाग में बिलासपुर जिले में 588.5 मि.मी., मुंगेली में 612.1 मि.मी., रायगढ़ में
698.2 मि.मी., जांजगीर-चांपा में 803.0 मि.मी., कोरबा में 629.4 मि.मी., गौरेला-पेण्ड्रा-मरवाही 566.0 मि.मी., सारंगढ़-बिलाईगढ़ में 532.0 मि.मी., सक्ती में 684.7 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है। दुर्ग संभाग में दुर्ग जिले में 406.6 मि.मी., कबीरधाम में 409.7 मि.मी., राजनांदगांव में 527.5 मि.मी., बालोद में 504.4 मि.मी., मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी में 620.9 मि.मी., खैरागढ़-छुईखदान-गंडई में 373.8 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है। सरगुजा संभाग में सरगुजा जिले में 404.5 मि.मी., सूरजपुर में 655.9 मि.मी., जशपुर में 633.0 मि.मी., कोरिया में 606.3 मि.मी. और मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर में 582.4 मि.मी. औसत वर्षा दर्ज हुई है। बस्तर संभाग में बस्तर जिले में 645.2 मि.मी., कोंडागांव में 381.7 मि.मी., नारायणपुर में 471.6 मि.मी., बीजापुर में 687.7 मि.मी., सुकमा में 422.9 मि.मी., कांकेर में 478.9 मि.मी., दंतेवाड़ा में 547.6 मि.मी. और औसत वर्षा रिकार्ड की जा चुकी है।