
डॉ. दिनेश लाल जांगडे का नाम क्यों है सुर्खियों में
सारंगढ टाईम्स/बिलाईगढ़
सारंगढ़ बिलाइगढ़ जिला पंचायत चुनाव होने के बाद अब जिला पंचायत अध्यक्ष को लेकर अटकलों का दौर चालु है ऐसे में सभी तरफ चर्चा का विषय है कि आखिर कौन जिला पंचायत अध्यक्ष के पद पर सुशोभित होगा। अध्यक्ष सीट अनारक्षित मुक्त होने के कारण सारंगढ़ क्षेत्र से संजय भुषण पाण्डेय का नाम प्रमुखता के साथ सामने आ रहा है तो वहीं 14 मंे 4 सीटों पर अघरिया पटेल के चेहरे चुनकर आए हैं जिसके कारण बरमकेला क्षेत्र से तीन चेहरों के नामों पर चर्चा हो रही है। इन सब के बीच जो नाम स्वस्फुर्तः सबके बीच आ रहा है वो चेहरा डॉ. दिनेश लाल जांगडे का है। जिस प्रकार से विधानसभा प्रत्याशी के तौर हारने के बाद भी डॉ. दिनेश लाल ने लगातार पार्टी हित में कार्य जारी रखा और क्षेत्र विकास को लेकर विकास कार्य स्वीकृत कराते रहे जिसके कारण जनता से उनका जुडाव बना रहा, वह पार्टी और जनता के प्रति उनके कार्य कर्मठता को दर्शाता है। डॉ. दिनेश लाल जिले में भाजपा से अनुसूचित जाति वर्ग के सबसे बडे उभरते और सर्वमान्य नेता के तौर पर भी पहचान बनाते जा रहे हैं। जिस प्रकार से डॉ. दिनेश लाल ने विधानसभा हारने के बाद भी लगातार सक्रियता दिखाई उसके कारण उनको जिला पंचायत में सबसे बडे मार्जिन के साथ जीत मिली।
जिला पंचायत अध्यक्ष के क्यों हैं प्रबल दावेदार
जिला पंचायत को लेकर सभी के अपने अपने दावे हैं लेकिन जिस प्रकार से जिले की दोनो विधानसभा में कांग्रेस का विधायक है और दोनो ही सीट अनुसूचित जाति वर्ग के लिए आरक्षित है साथ ही साथ जिले में कांग्रेस का अच्छाखासा दबदबा है ऐसे मेंअनुसूचित जाति वर्ग से भाजपा के बडे चेहरे के रूप में डॉ. दिनेश लाल का नाम प्रमुखता से सामने आ रहा है। अगर पार्टी जिला पंचायत में अध्यक्ष पद के लिए अनुसूचित जाति वर्ग से आने वाले इस चेहरे पर दांव लगाती है तो निश्चित तौर पर पार्टी को आने वाले विधानसभा चुनाव में मजबुती और लाभ दोनो ही देखने को मिलेगा। बहरहाल पार्टी में उच्च स्तर पर मंथन जारी है और सुत्रों से मिल रही जानकारी के अनुसार पार्टी अनुसूचित जाति वर्ग अथवा पिछड़ा वर्ग को जिला पंचायत अध्यक्ष पद पर बैठा सकती है।