सारंगढ़-बिलाईगढ़ तक आ पहुंच सकती है शराब घोटाले के जांच की आंच?
नये जिले के सरकारी शराब दुकानो में बड़े स्तर पर हुआ था खेला?
कुछ राजनितिक चेहरे भी हुए है इन पैसो से हुए है लाल?
कई चेहरो ने सम्हाली थी वितरण की जिम्मेदारी?
सारंगढ़ टाईम्स न्यूज/सारंगढ़,
21 सौ करोड़ रूपये के कथित शराब घोटाले के जांच की आंच सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले तक आने की संभावना जानकार बता रहे है। सूत्रो का दावा है कि सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला के सरकारी शराब दुकानो मे दो प्रकार से शराब का विक्रय होता था जिसमे से एक प्रकार के शराब को पैसा बैंक के माध्यम से चालान के माध्यम से जमा होता था वही एक अन्य प्रकार के शराब का विक्रय सरकारी शराब दुकानो के काऊंटर से होता था किन्तु नगद भुगतान ले जाने वाले और अंचल में भी उसका वितरण करने वाले चेहरे कई थे। ऐसे मे ईडी की जांच की आंच सारंगढ़- बिलाईगढ़ जिले तक आ सकती है।
पिछले शासनकाल मे प्रदेश के साथ सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला भी शराब के कारनामो से वंचित नही था। सारंगढ़ के सरकारी शराब दुकान मे दो प्रकार का शराब का विक्रय होता था जिसमे एक शराब का विक्रय का भुगतान चालान के माध्यम से होता था जबकि दूसरा प्रकार का शराब को विक्रय करके उसका पैसा नगद मे एक व्यक्ति के द्वारा लेकर जाया जाता था। यही अवैध उगाही के पैसे के कारण से पूर्व आबकारी मंत्री कवासी लखमा ओर उनके पुत्र हरीश लखमा को ईडी ने कल गिरफ्तार किया और पूरे मामले का खुलासा किया है। इस खुलासे के बाद सारंगढ़ अंचल में भी शराब दुकान और शराब की आपूर्ति के बड़े खेल और पूववर्ती सरकार के द्वारा किया गया बड़ा खेल चर्चा का केन्द्र बिन्दु बना हुआ है। सूत्रो से मिली जानकारी के अनुसार सारंगढ़ के आबकारी अमले को पूरी कहानी की जानकारी होने के बाद भी इस अवैध उगाही का हिस्सा बना रहा। सूत्रो की माने तो सारंगढ़ के शराब दुकानो मे प्रतिदिन 7
लाख रूपये का शराब की बिक्री होती है पिछली सरकार मे यह बिक्री 4 लाख रूपये तक की हो गई और 3 लाख रूपये को अवैध रूप से लेने और देने का बड़ा सिडिकेट यहा पर बना हुआ है। सूत्रो की माने तो यह भुगतान को क्षेत्र के एक बड़े चेहरे वाले राजनितिज्ञ को दिया जाता था जहा उनको मिले निर्देशानुसार वितरण कर दिया जाता था। सूत्रो की माने तो सारंगढ़ अंचल के कई चेहरो को बकायदा हर महीने एक बड़ी मोटी रकम बतौर शराब घोटाले के एवज मे दिया जाता था। सरकारी शराब दुकानो से नगद भुगतान प्राप्त करने और उसक नगद भुगतान का सारंगढ़ अंचल में ही वितरण होने से इस बात की चर्चा उस समय राजनितिक और प्रशासनीक गलियारो में खूब हुआ।
सूत्रो की माने तो यहा भी शराब घोटाले के तार जुड़े हुए है और जिले के शराब दुकानो से नगद भुगतान को ले जाने वाले चेहरे और उस नगद के एक हिस्से को कुछ बड़े चेहरो को वितरण करने का भी बड़ा लिस्ट सारंगढ़ अंचल मे रखा हुआ है। प्रदेश मे इस शराब घोटाले
को लेकर जिस प्रकार से ईडी कार्यवाही करते हुए खुलासा कर रही है उससे इस बात की संभावना बलवती होते जा रही है कि आने वाले समय में ईडी की शराब घोटाले के जांच की आंच सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिले तक जरूर पहुंचेगी। जिले के कुछ चेहरो को था वितरण की जिम्मेदारी? बताया जा रहा है कि कथित इस शराब घोटाले मे कुछ प्रभावशाली लोगो को प्रतिमाह मोटी रकम प्रदान किया जाता था। इस प्रभावशाली लोगो में कुछ प्रशासनीक क्षेत्र के दिग्गज और कुछ राजनितिक चेहरे शामिल थे। बताया जा रहा है कि मासिक दर फिक्स करके इन्हे नगद राशी प्रदान किया जाता था। इन पैसो का उपयोग और इन पैसो को प्राप्त करने वालो का चेहरा जांच और आग में सामने आना चाहिसे। कुल मिलाकर कहा जाये तो सारंगढ़-बिलाईगढ़ अंचल मे ईडी का दस्तक जल्द हो सकता है।