
नववर्ष 2025 : आशा की नई किरण से नवीन जिला सारंगढ़- बिलाईगढ़ में हो सकता है विकास की नई गाथा,
अभी अपनी पहचान के लिये संघर्ष कर रहा है सारंगढ़-बिलाईगढ़
जिला,
आधा से अधिक जिला स्तरीय सरकारी विभाग अभी तक नही
खुला सारंगढ़ में,
एक-दो कमरे मे संचालित हो रहे है अधिकांश सरकारी विभाग,
जर्जर सड़क और बदहाल व्यवस्था बनी बड़ी परेशानी,
सारंगढ़ टाईम्स न्यूज/सारंगढ़,
सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला के लिये नवीन वर्ष 2025 आशा की नई किरण लेकर आ रही है। विकास की नई बुनियाद इस वर्ष पर टिकी होगी। जिला बनने के 28 माह बाद भी अपनी पहचान के लिये तरस रही सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला में 50 प्रतिशत सरकारी जिला स्तरीय विभाग आज भी नही खुल पाये है। अभी भी सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला आधा रायगढ तो आधा बलौदाबाजार जिला से संचालित हो रहा है। ऐसे मे 2025 का पहला आशा भरी मांग जिला स्तर के सभी सरकारी विभागो का सारंगढ़ में स्थापित होना पहला है। वही जर्जर सड़क की समस्या से नया जिला बदनाम है। ऐसे मे 2025 मे सड़को का जीर्णोद्धार होना भी बहुत जरूरी है। कुछ लोग कहते है कि नया साल आने पर सिर्फ कैलेंडर बदलता है ना परिस्थिति बदलती है और ना ही कोई बड़ा परिर्वतन होता है किन्तु नया उर्जा के साथ नया संकल्प नये साल पर लोगो में आत्मविश्वास को जगाता है। 1 सितंबर 2022 को नवीन जिला बना सारंगढ़- बिलाईगढ़ जिला 2024 के समाप्त होने के बाद भी आज तक सिर्फ कागजो पर पूर्ण जिला है असल में यहा पर अपना स्वयं का वजूद नही बन पाया है। परिवहन विभाग का खुद का जिला कोड आज तक सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला को नही मिल पाया है। लोक निमार्ण विभाग, आरईएस, पीएचई, जिला पंचायत सहित पब्लिक से जुड़े काम आज भी रायगढ़ जिले या बलौदाबाजार जिले से ही संचालित हो रहे है। 28 माह होने के बाद भी अपना खुद का पहचान स्थापित करने के लिये सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला प्रदेश में संघर्ष कर रहा है। 2025 में सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला के लिये नया सवेरा ला सकता है। इस साल से जनगणना का कार्य प्रारंभ हो रहा है तथा जिले की सीमाओ को सील कर दिया गया है तथा अब किसी भी जिला की सीमाओ को परिर्वतन नही किया जा सकता है। 1 जनवरी से देश के लिये महत्वपूर्ण जनगणना का कार्य प्रारंभ होगा वही
इस जनगणना के आधार पर परिसीमन का कार्य प्रारंभ होना है। इस लिहाज से सारंगढ़- बिलाईगढ़ जिला के लिये 2025 बड़ा महत्वपूर्ण वर्ष साबित हो सकता है। यहा परिसीमन में राजनितिक रूप से सरिया-बरमकेला विधानसभा की वापसी तथा सारंगढ़ लोकसभा सीट की
वापसी हो सकती है जो कि एक बड़ा राजनितिक उपलब्धि हो सकती है।
वही आरक्षण के आंकड़े अगर पक्ष में आये तो सारंगढ़ विधानसभा भी अनारक्षित हो सकता है। ऐसे में राजनितिक रूप से सारंगढ़ अंचल के राजनिति मे बड़ा व्यापक परिर्वतन हो सकता है। वही पूर्ण विकसित जिला की ओर सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला का कदम आगे बढ़ सकता है। नवीन जिला का पंचायत का गठन का प्रस्ताव हो चुका है इस बार के पंचायत के त्रिस्तरीय चुनाव में सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला पंचायत का गठन हो जायेगा जो कि ग्राम पंचायतो के विकास के लिये बड़ा उपलब्धि होगा। वही जर्जर सड़को के हिसाब से 2025 मिल का पत्थर साबित हो सकता है। सारंगढ़ से रायगढ़ के लिये फोर लेन का प्रस्ताव को अमलीजामा पहनाया जा सकता है। नवीन भारतमाला परियोजना के डीपीआर का काम भी पूरा हो सकता है। वही सारंगढ़ से सरायपाली तथा हरदी-सारंगढ़- दानसरा सड़क का जीर्णोद्धार की स्वीकृति मिलने के बाद काम शुरू होने वाला है जो कि सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला के लिये बड़ी उपलब्धी हो सकती है। वही सारंगढ़ से सरसीवां होकर बलौदाबाजार होकर रायपुर जाने के लिये 4 लेन सड़क की स्वीकृति को भी अमलीजामा पहनाया जा सकता है जिसके कारण से 2025 एक बड़ी उपलब्धी दे जायेगा। वही रायपुर-सारंगढ़- झारसुगड़ा रेल परियोजना और हरदी हवाई पट्टी के लिये 2025 एक बड़ा बदलाव का वर्ष साबित हो सकता है। पर्यटन के क्षेत्र मे मां नाथलदाई को स्वीकृति प्रदान करने के सीएम श्री साय के घोषणा तथा प्रसिद्ध गोमर्डा अभ्यारण्य और आधा दर्जन बांध से सारंगढ़ अंचल पर्यटन के नक्शे में अपनी अलग पहचान स्थापित कर सकता है। नवीन जिला बने सारंगढ़-बिलाईगढ़ को 28 माह हो चुके है जिसके कारण से अब विकास की नई रफ्तार पकड़ने का समय आ चुका है, 2025 मे यह बड़ी सौगात सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला को भी विकास कार्यो के रूप मे मिल सकती है जिससे सारंगढ़ तेजी से आगे बढ़ सकता है।
अभी अपनी पहचान के लिये संघर्ष कर रहा है सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला 1 सितंबर 2022 में जिला बना सारंगढ़-बिलाईगढ़ अभी खुद के पहचान के लिये संघर्ष कर रहा है। यहा पर 2025 एक बड़ी सौगात भरा वर्ष के रूप मे सामने आ सकता है। सिंचाई सुविधा, जिला स्तरीय सरकारी कार्यालयो की स्थापना और जर्जर सड़को से मुक्ति के साथ परिवहन के साधनो की सुविधा नया सारंगढ़ का सपना को साकार करने के लिये एक बड़े कदम की ओर अग्रसर हो सकता है। 2025 में सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला मे विकास की नई बुनियाद रखी जा सकती है। रेल, सड़क और शिक्षा और स्वास्थ के क्षेत्र मे आमूलचल परिर्वतन 2025 मे सामने आ सकता है बशर्ते इसके लिये प्रयास थोड़ा मजबूत किया जाये। सरिया-बरमकेला विधानसभा और सारंगढ़ लोकसभा की वापसी 2025 में जनगणना होना है और पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार 2026 में पूरे देश के लोकसभा और विधानसभा क्षेत्र में परिर्वतन यानि परिसीमन होना है। नया जिला बना सारंगढ़- बिलाईगढ़ मे नये जिला के हिसाब से आरक्षण का समीकरण बैठाना और परिसीमन में पूर्व के विधानसभा सरिया विधानसभा और सारंगढ़ लोकसभा की वापसी एक बड़ा कदम क्षेत्र के लिये साबित हो सकता है। हालांकि जनगणना का काम 2025 में शुरू होगा तथा 2026 मे परिसीमन का काम शुरू हो सकता है लेकिन सारंगढ़-बिलाईगढ़ जिला को राजनितिक रूप से अपना कद बढ़ाने के लिये एक विधानसभा सरिया-बरमकेला को अस्तित्व मे लाना तथा सारंगढ़ लोकसभा का वापसी बहुत जरूरी है। इसके लिये 2025 से ही मुहिम और मांग के साथ मजबूत तर्क सामने रखने होगें।