केलो को गंदा कर रहे 5 उद्योगों को सिंचाई विभाग ने नोटिस दिया
- उद्योगों की गंदगी नालों के जरिए मिल रही है नदी में, स्थानीय निवासियों ने रायगढ़ को बचाने की छेड़ी मुहिम
रायगढ़, केलो नदी को गंदा करने वाले पांच उद्योगों को जल संसाधन विभाग ने नोटिस भेजा है। इन उद्योगों की गंदगी नालों के जरिए केलो नदी में मिल रही थी। इस पर 15 दिन के अंदर उद्योगों से जवाब मांगा गया है। लंबे समय बात जल संसाधन विभाग में कुछ सक्रियता दिखाई दी है। कई उद्योग ऐसे हैं जिनकी गंदगी नालों के जरिए केलो नदी में बहाई जा रही है। केवल शहर में ही नहीं रायगढ़ पहुंचने के पहले ही केलो का पानी काला हो जाता है।
रायगढ़ शहर की प्यास बुझाने वाली केलो नदी पर संकट है। इसे देखते हुए स्थानीय निवासियों ने रायगढ़ बचाने की मुहिम छेड़ी है। जल संसाधन विभाग से इसकी शिकायत की गई थी। इस पर प्रारंभिक जांच के बाद पाया गया कि उद्योग से निकल रहे गंदे पानी का उपचार किए बिना बाहर छोड़ा जाता है। यह तरल अपशिष्ट आसपास के नालों से बहकर पानी को प्रदूषित करते हुए केलो नदी में मिल रहा है। जबकि उद्योगों को इस पानी को पुनर्चक्रित कर उपयोग करना है। जल संसाधन विभाग के ईई ने बीएस स्पंज प्रालि, सिंघल एनर्जी, सिंघल इंटरप्राइजेस, सुनील स्पंज प्रालि और अंजनी स्टील प्रालि को नोटिस देकर 15 दिनों में जवाब मांगा है। इसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
इन्हीं उद्योगों पर बकाया है जलकर
जल संसाधन विभाग के अधिकारी अपने ही विभाग के प्रति जवाबदेह नहीं हैं। रायगढ़ शहर में जल प्रदाय करने वाला नगर निगम जलकर जमा न करने पर आम आदमी को नल कनेक्शन काटने की चेतावनी देता है, लेकिन जल संसाधन विभाग सालों से उद्योगों पर बकाया जलकर की वसूली नहीं कर पाया है। सरकार के करोड़ों रुपए जल संसाधन विभाग की सुस्ती के कारण बकाया हैं।