
CG.इस बार गणेशोत्सव की तैयारियां बेहद खास नजर आ रही: यहाँ बन रही बप्पा की अद्भुत प्रतिमाएं, धान, सुपारी, बटन-धागा, नोटों और चंदन की लकड़ी से तैयार हो रही मूर्तियां…
रायपुर। राजधानी रायपुर में इस बार गणेशोत्सव की तैयारियां बेहद खास नजर आ रही हैं. परंपरागत मिट्टी की प्रतिमाओं के साथ-साथ रायपूरा इलाके का यादव परिवार भगवान गणेश की ऐसी अनोखी प्रतिमाएं बना रहा है, जो अलग ही पहचान बटोर रही हैं. यादव परिवार सुपाड़ी, धान, पास्ता, बटन, धागा, चिल्ड्रन नोट, पूजा सामग्री, चंदन की लकड़ी, फ्रेंडशिप बैंड और अन्य प्राकृतिक वस्तुओं से गणेश प्रतिमा तैयार कर रहा है. इन कलाकृतियों की खूबसूरती देखने लायक है. परिवार का कहना है कि ये प्रतिमाएं पूरी तरह पर्यावरण के अनुकूल हैं, आसानी से विसर्जित हो जाती हैं और जल प्रदूषण भी नहीं फैलातीं.
दिलचस्प बात यह है कि यादव परिवार का मुख्य व्यवसाय गुपचुप और इटली का ठेला लगाना है, लेकिन गणेश चतुर्थी से करीब तीन महीने पहले ही पूरा परिवार मूर्तियां बनाने में जुट जाता है. यही कारण है कि इनकी प्रतिमाएं रायपुरवासियों के आकर्षण का केंद्र बनी हुई हैं.
शिव चरण यादव ने बताया कि वे पिछले 27 वर्षों से यहां इकोफ्रेंडली मूर्ति बना रहे हैं और इसी प्रकार से प्रतिमा बना रहे है. उसने कहा कि हम प्रदूषण मुक्त प्रतिमा बनाते हैं. हमारी प्रतिमा को शहर में बहुत पसंद भी किया जाता है. खास बच्चों को यह प्रतिमा बहुत पसंद आती है.