
दहेज प्रताड़ना से तंग आकर महिला ने लगाई फांसी, सालभर पहले हुई थी शादी, आरोपी पति और सास-ससुर गिरफ्तार
रायपुर. दहेज प्रताड़ना से तंग आकर एक नवविवाहिता ने आत्महत्या कर ली. एक साल पहले उनकी शादी हुई थी. घर वाले दहेज में कार और घर के सामान दिए थे, लेकिन पति 10 लाख रुपए की और डिमांड कर रहा था. इसके लिए पत्नी को मानसिक प्रताड़ित किया जा रहा था. उसे ससुराल में खाना भी नहीं दे रहे थे. मायके वालों की शिकायत पर पुलिस ने महिला के पति और सास-ससुर को गिरफ्तार किया है. पूरा मामला तिल्दा नेवरा थाना क्षेत्र का है.
तिल्दा थाना प्रभारी रमाकांत तिवारी ने बताया कि उषा कहरा (30) की शादी 12 मार्च 2024 को जांजगीर के प्रमोद कुमार कमलेश (31) के साथ हुई थी. प्रमोद एक निजी फैक्ट्री में सब इंजीनियर के पद पर है. शादी में उषा के मायके वालों ने एक कार और बाकी सामान दहेज में दिया था. इसके बाद भी नवविवाहिता के पति और सास-ससुर ने दहेज के लिए परेशान किया. गर्भवती होने पर ससुराल वाले कहते थे कि बेटा ही चाहिए. हालांकि 6 महीने गर्भ में रहने के बाद इलाज दौरान बच्चे की पेट में ही मौत हो गई थी.
पुलिस ने बताया कि आरोपी परिवार अपना कर्ज चुकाने के लिए महिला को मायके से 10 लाख रुपए लाने की डिमांड कर रहे थे. इस बात से उषा लगातार परेशान थी. उसे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा था. इससे तंग आकर एक जुलाई 2025 को उषा ने अपने कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. मृतका के मायके वालों ने तिल्दा थाने में 1 जुलाई 2025 को शिकायत दर्ज कराई. पुलिस ने मामले की जांच के बाद जांजगीर के अमोदा गांव निवासी आरोपी प्रमोद कुमार कमलेश (31), सास बहरतीन बाई और जवाहर लाल (65) को गिरफ्तार कर लिया है.