मवेशी तस्करी पर पुलिस की सख्त कार्रवाई, 53 गोवंश को बूचड़खाने जाने से बचाया, तीन वाहनों को किया गया राजसात
सारंगढ़ क्षेत्र बीते कई दशकों से गौतस्करी के लिए बदनाम क्षेत्र रहा है। सैकड़ों बार गौसवकों के प्रयास से गौ वंशों की जान बचती रही है लेकिन फिर भी कड़ी कार्यवाही के अभाव में और खाखी के लचर कार्यप्रणाली से गौ तस्कारों के हौंसले बुलंद रहे हैं। सारंगढ़ क्षेत्र में तो गौ मांस बेचने की शिकायतें भी हुई व प्रमाणित भी हुई हैं। गौतस्करी में ताजा मामला बिलासपुर क्षेत्र का है। जहां पर पुलिस के द्वारा बड़ी कार्यवाही की गई है आईए जानते हैं पुरा मामला।
बिलासपुर पुलिस मवेशी तस्करी के खिलाफ सख्ती से कार्रवाई कर रही है. इसी कड़ी में हिर्री, तखतपुर और बिल्हा थाना क्षेत्रों में अवैध रूप से मवेशियों को बूचड़खाने ले जाते हुए कई आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके वाहनों को जब्त किया गया. वहीं पुलिस ने वाहनों में ठूंस-ठूंसकर भरे गए 53 मवेशियों का रेस्क्यू किया है.
जानकारी के अनुसार, पुलिस ने मवेशी तस्करी में जिन थाना क्षेत्रों में कार्रवाई की है. उसमें हिर्री पुलिस ने ट्रक सीजी 28 एन 1840 से 20 मवेशियों को बूचड़खाने ले जाते हुए पकड़ा. इसके अलावा, तखतपुर थाना में पिकअप वाहन सीजी10 बीजे 9265 से 20 मवेशियों को और
बिल्हा थाना क्षेत्र में आयसर वाहन टीएस 07-यूएन 4166 से 13 मवेशियों को अवैध रूप से बूचड़खाने ले जाते हुए पकड़ा गया. इन सभी वाहनों में मवेशियों को अमानवीय तरीके से रस्सियों से बांधकर, बिना चारे-पानी की व्यवस्था के, ठूंस-ठूंस कर भरकर ले जाया जा रहा था.
मामले में छत्तीसगढ़ कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम और पशु क्रूरता अधिनियम के तहत आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की गई. मवेशियों को सुरक्षित गौशाला भेजा गया और आरोपियों पर कानूनी कार्रवाई की जा रही है. पुलिस अधीक्षक, बिलासपुर ने शासन के निर्देशों के अनुरूप तस्करी में शामिल वाहनों को राजसात करने का निर्णय लिया,
जिसे कलेक्टर ने मंजूरी दी.
- कपिल कुमार, निवासी कुकुसदा, थाना पथरिया का ट्रक सीजी-28-एन 1840.
- सुरेश कुमार साहू, निवासी भैंसाझार, थाना कोटा की पिकअप वाहन सीजी-10-बीजे 9265.
- मंजूला बोईनी, निवासी चासैधरा पल्ली, वारंगल, तेलंगाना का आयसर वाहन टीएस-07-यूएन 4166.