केलो नदी पर बनेगा 8.22 करोड़ की लागत से उच्च स्तरीय पुल, ओपी चौधरी के प्रयासों को मिली मंजूरी

केलो विहार–कयाघाट मार्ग पर होगा यातायात सुगम, बरसात में अब नहीं थमेगा सफर
रायगढ़। बरसात के दिनों में केलो नदी की बाढ़ के कारण बंद होने वाले कयाघाट पुलिया की समस्या से जल्द ही राहत मिलने जा रही है। केलो विहार से कयाघाट मार्ग को जोड़ने वाले उच्च स्तरीय पुल के निर्माण के लिए 8 करोड़ 22 लाख रुपए की प्रशासकीय स्वीकृति जारी की गई है। यह मंजूरी राज्य के वित्त मंत्री एवं रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी के प्रयासों से संभव हो पाई है। लंबे समय से स्थानीय नागरिकों द्वारा की जा रही इस पुल की माँग अब साकार होने जा रही है।
पुल के निर्माण से बरसात के दौरान आवागमन बाधित नहीं होगा और क्षेत्र की यातायात व्यवस्था भी सुगम हो जाएगी। एनीकट से अब नहीं होगा हादसों का डर नगरीय सीमा के भीतर स्थित इस मार्ग पर वर्तमान में एक एनीकट बना हुआ है, जो वर्षा ऋतु में जलमग्न होकर पूर्णतः बंद हो जाता है। शेष समय में भी इसके गेट बंद होने से पानी ओवरफ्लो होता है और दुर्घटनाओं की संभावना बनी रहती है। पुल निर्माण से यह खतरा हमेशा के लिए खत्म हो जाएगा।
तकनीकी और संरचनात्मक विशेषताएँ
सेतु की कुल चौड़ाई 12 मीटर प्रस्तावित की गई है, जिससे भविष्य में यातायात के बढ़ते दबाव को भी सहजता से संभाला जा सके। निर्माण हेतु लोक निर्माण विभाग रायगढ़ (भ./स.) द्वारा तैयार प्राक्कलन के अनुसार विभिन्न मदों में व्यय का प्रावधान किया गया है:
भवन तोड़ क्षतिपूर्ति – 61.09 लाख
प्रकाश व्यवस्था – 17.69 लाख
विद्युत पोल शिफ्टिंग (CSPDCL) – 20.72 लाख
नगर निगम रायगढ़ हेतु संरचनात्मक क्षतिपूर्ति – 127.84 लाख
BSNL लाइन शिफ्टिंग – 7.01 लाख
सुरक्षा हेतु हाइट गेज – ₹20.31 लाख
ओवरहेड साइन बोर्ड (2 नग) – ₹19.14 लाख
नदी के दोनों किनारों पर होंगे रिटेनिंग वॉल और सीवर कनेक्शन
नगर निगम द्वारा पूर्व में निर्मित रिटेनिंग वॉल, सड़क, नाली, अंडरग्राउंड सीवर, डिवाइडर एवं विद्युत लाइनें पुल निर्माण से प्रभावित होंगी, जिनकी पुनर्स्थापना का भी प्रस्ताव प्राक्कलन में शामिल है। ओपी चौधरी बोले –“जनता की सुविधा सर्वोपरि, विकास कार्य लगातार जारी रहेंगे” वित्त मंत्री एवं रायगढ़ विधायक ओपी चौधरी ने पुल निर्माण को जनता की मूलभूत आवश्यकता बताया। उन्होंने कहा, “बरसात के दिनों में आमजन को जो कठिनाइयाँ होती थीं, वह अब नहीं होंगी। विकास कार्यों की गति आगे भी बनी रहेगी। हमारी प्राथमिकता जनता की सुविधा और शहर की संरचनात्मक मजबूती है।”
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